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Paush Month Vrat Tyohar 2024: जानें, पौष माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की सूची एवं तिथि

पौष माह को पूस का महीना भी कहा जाता है। पौष माह में भगवान सूर्यदेव और पितरों की पूजा करने का विधान है। इस बार पौष माह 27 दिसंबर से शुरू होकर अगले साल 25 जनवरी को समाप्त होगा। इस माह में सफला एकादशी संकष्टी चतुर्थी मासिक शिवरात्रि प्रदोष व्रत पौष अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Pravin KumarPublished: Thu, 21 Dec 2023 05:08 PM (IST)Updated: Thu, 21 Dec 2023 05:08 PM (IST)
Paush Month Vrat Tyohar 2024: जानें, पौष माह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की सूची एवं तिथि

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Paush Month Vrat Tyohar 2024: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, दसवें माह को पौष माह कहा जाता है। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद इस माह की शुरुआत होती है। पौष माह को पूस का महीना भी कहा जाता है। पौष माह में पितरों और भगवान सूर्यदेव की पूजा करने का विधान है। धार्मिक मत है कि पौष माह में भगवान सूर्य देव की पूजा करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। इस बार पौष माह 27 दिसंबर से शुरू होकर 25 जनवरी को समाप्त होगा। इस माह में सफला एकादशी, संकष्टी चतुर्थी, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, पौष अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं। चलिए जानते हैं पौष माह में पड़ने वाले सभी व्रत-त्योहारों के तिथि के बारे में।

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पौष माह के त्योहार और व्रत की लिस्ट

30 दिसंबर-संकष्टी गणेश चतुर्थी

01 जनवरी-अंग्रेजी नववर्ष का प्रारंभ

03 जनवरी- मासिक कृष्ण जन्माष्टमी

04 जनवरी- कालाष्टमी

07 जनवरी- सफला एकादशी

09 जनवरी-प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि

11 जनवरी-पौष अमावस्या

14 जनवरी-विनायक चतुर्थी और लोहिड़ी

15 जनवरी-मकर संक्रांति

16 जनवरी-बिहू और स्कंद षष्ठी

17 जनवरी-गुरु गोबिन्द सिंह जयन्ती

18 जनवरी-मासिक दुर्गाष्टमी

20 जनवरी-मासिक कार्तिगाई

21 जनवरी- तैलंग स्वामी जयन्ती और पुत्रदा एकादशी

22 जनवरी- कूर्म द्वादशी

23 जनवरी-सुभाष चन्द्र बोस जयंती

23 जनवरी-प्रदोष व्रत है।

25 जनवरी-पौष पूर्णिमा

पौष माह का महत्व

पौष माह में भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस माह में सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करते हैं, जिसकी वजह से मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। मान्यता है कि पौष माह में पूर्वजों को पिंडदान करने से उन्हें बैकुंठ की प्राप्ति होती है। साथ ही पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है। धार्मिक मत है कि इस माह में भगवान सूर्य देव को जल अर्पित करने से तेज, बल, बुद्धि और धन की प्राप्ति होती है। इस माह में गरीब लोगों को गर्म कपड़े समेत आदि चीजों का दान करना चाहिए।

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Author- Kaushik Sharma

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

Pic Credit- Freepik


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