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    Papmochani Ekadashi 2025: पापमोचनी एकादशी पर इस विधि से करें पूजा, नोट करें पारण समय, मंत्र और शुभ मुहूर्त

    Updated: Tue, 25 Mar 2025 09:04 AM (IST)

    पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। पंचांग के आधार पर इस साल पापमोचनी एकादशी (Papmochani Ekadashi 2025) 25 मार्च 2025 यानी आज के दिन मनाई जाएगी। ऐसा कहा जाता है कि इस व्रत का पालन करने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली आती है।

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    Papmochani Ekadashi 2025: पापमोचनी एकादशी 2025 व्रत पारण समय।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पापमोचनी एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। पापमोचनी शब्द का अर्थ पापों से मुक्ति दिलाने वाली। यह व्रत चैत्र महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को रखा जाता है। इस साल यह व्रत (Papmochani Ekadashi 2025) 25 मार्च, 2025 यानी आज के दिन रखा जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि इस उपवास को रखने से भक्तों के सभी कष्टों का अंत होता है। इसके साथ ही भगवान विष्णु का आशीर्वाद सदैव के लिए प्राप्त होता है।

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    पापमोचनी एकादशी 2025 व्रत पारण समय (Papamochani Ekadashi 2025 Vrat Paran Samay)

    हिंदू पंचांग के अनुसार, एकादशी व्रत का पारण अगले दिन यानी द्वादशी तिथि पर किया जाता है। 26 मार्च को पापमोचनी एकादशी व्रत पारण करने का समय दोपहर 01 बजकर 41 मिनट से लेकर शाम 04 बजकर 08 मिनट तक रहेगा। इस शुभ समय में आप पारण कर सकते हैं। पारण के बाद कुछ दान-दक्षिण जरूर करना चाहिए। इसके अलावा तामसिक चीजों से परहेज करें।

    पापमोचनी एकादशी 2025 पूजा विधि (Papamochani Ekadashi 2025 Puja Vidhi)

    • एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
    • भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित करें और उनका गंगाजल व पंचामृत से अभिषेक करें।
    • उन्हें गोपी चंदन का तिलक लगाएं और पीले फूल अर्पित करें।
    • पंचामृत और पंजीरी, ऋतु फल का भोग लगाएं।
    • एकादशी व्रत कथा का पाठ करें।
    • अंत में आरती करें और पूजा में हुई गलती के लिए क्षमा याचना करें।
    • पूरे दिन उपवास रखें और भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
    • शाम को भी भगवान विष्णु की आरती करें और उन्हें भोग लगाएं।
    • द्वादशी के दिन व्रत का पारण करें और ब्राह्मणों को भोजन कराएं।

    पापमोचनी एकादशी व्रत का पारण कैसे करें? (Papamochani Ekadashi 2025 Vrat Paran Rules)

    • एकादशी व्रत का पारण द्वादशी तिथि को सूर्योदय के बाद किया जाता है।
    • पारण भगवान विष्णु के भोग और तुलसी पत्र से करें।
    • पारण के दिन सात्विक भोजन ही करें।
    • पारण से पहले दान जरूर करें।

    पूजन मंत्र (Papamochani Ekadashi 2025 Puja Mantra)

    • ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः।
    • ॐ विष्णवे नमः।
    • ॐ नारायणाय नमः।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्नमाध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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