Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Papmochani Ekadashi 2025: पापमोचनी एकादशी व्रत में जरूर करें ये 1 काम, रिश्तों में आएगी मिठास

    पापमोचनी एकादशी का व्रत बहुत ही कल्याणकारी माना जाता है। एकादशी प्रत्येक मास कृष्ण और शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। इस बार यह व्रत 25 मार्च को पड़ रही है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु और श्रीकृष्ण की पूजा करने से सभी कष्टों का अंत होता है तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ जरूरी (Papmochani Ekadashi 2025) बातों को जानते हैं।

    By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sun, 23 Mar 2025 08:55 AM (IST)
    Hero Image
    Papmochani Ekadashi 2025: भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। पापमोचनी एकादशी का दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए उत्तम माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, एकादशी शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष के 11वें दिन मनाई जाती है। कहा जाता है कि इस मौके (Papmochani Ekadashi 2025) पर भगवान विष्णु की पूजा करने से सभी इच्छाओं की पूर्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है, तो चलिए श्री हरि को प्रसन्न करने के लिए कान्हा जी के नामों का जाप करते हैं, जिनके प्रभाव से जीवन के सभी दुखों का अंत हो जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हालांकि इस समय पवित्रता का खास ख्याल रखें और तामसिक चीजों से परहेज करें। अंत में आरती से पूजा का समापन करें।

    ।।भगवान श्रीकृष्ण के 108 नाम।।

    1. ॐ कृष्णाय नमः

    2. ॐ कमलानाथाय नमः

    3. ॐ वासुदेवाय नमः

    4. ॐ सनातनाय नमः

    5. ॐ वसुदेवात्मजाय नमः

    6. ॐ पुण्याय नमः

    7. ॐ लीलामानुष विग्रहाय नमः

    8. ॐ श्रीवत्सकौस्तुभधराय नमः

    9. ॐ यशोदावत्सलाय नमः

    10. ॐ हरिये नमः

    11. ॐ चतुर्भुजात्तचक्रासिगदा नमः

    12. ॐ शङ्खाम्बुजायुधाय नमः

    13. ॐ देवकीनन्दनाय नमः

    14. ॐ श्रीशाय नमः

    15. ॐ नन्दगोपप्रियात्मजाय नमः

    16. ॐ यमुनावेगसंहारिणे नमः

    17. ॐ बलभद्रप्रियानुजाय नमः

    18. ॐ पूतनाजीवितहराय नमः

    19. ॐ शकटासुरभञ्जनाय नमः

    20. ॐ नन्दव्रजजनानन्दिने नमः

    21. ॐ सच्चिदानन्दविग्रहाय नमः

    22. ॐ नवनीतविलिप्ताङ्गाय नमः

    23. ॐ नवनीतनटनाय नमः

    24. ॐ मुचुकुन्दप्रसादकाय नमः

    25. ॐ षोडशस्त्रीसहस्रेशाय नमः

    26. ॐ त्रिभङ्गिने नमः

    27. ॐ मधुराकृतये नमः

    28. ॐ शुकवागमृताब्धीन्दवे नमः

    29. ॐ गोविन्दाय नमः

    30. ॐ योगिनांपतये नमः

    31. ॐ वत्सवाटचराय नमः

    32. ॐ अनन्ताय नमः

    33. ॐ धेनुकासुरभञ्जनाय नमः

    34. ॐ तृणीकृत तृणावर्ताय नमः

    35. ॐ यमलार्जुनभञ्जनाय नमः

    36. ॐ उत्तलोत्तालभेत्रे नमः

    37. ॐ तमालश्यामलाकृतिये नमः

    38. ॐ गोपगोपीश्वराय नमः

    39. ॐ योगिने नमः

    40. ॐ कोटिसूर्यसमप्रभाय नमः

    41. ॐ इलापतये नमः

    42. ॐ परंज्योतिषे नमः

    43. ॐ यादवेंद्राय नमः

    44. ॐ यदूद्वहाय नमः

    45. ॐ वनमालिने नमः

    46. ॐ पीतवसने नमः

    47. ॐ पारिजातापहारकाय नमः

    48. ॐ गोवर्थनाचलोद्धर्त्रे नमः

    49. ॐ गोपालाय नमः

    50. ॐ सर्वपालकाय नमः

    51. ॐ अजाय नमः

    52. ॐ निरञ्जनाय नमः

    53. ॐ कामजनकाय नमः

    54. ॐ कञ्जलोचनाय नमः

    55. ॐ मधुघ्ने नमः

    56. ॐ मथुरानाथाय नमः

    57. ॐ द्वारकानायकाय नमः

    58. ॐ बलिने नमः

    59. ॐ बृन्दावनान्त सञ्चारिणे नमः

    60. ॐ तुलसीदाम भूषनाय नमः

    61. ॐ स्यमन्तकमणेर्हर्त्रे नमः

    62. ॐ नरनारयणात्मकाय नमः

    63. ॐ कुब्जा कृष्णाम्बरधराय नमः

    64. ॐ मायिने नमः

    65. ॐ परमपुरुषाय नमः

    66. ॐ मुष्टिकासुर चाणूर मल्लयुद्ध विशारदाय नमः

    67. ॐ संसारवैरिणे नमः

    68. ॐ कंसारये नमः

    69. ॐ मुरारये नमः

    70. ॐ नाराकान्तकाय नमः

    71. ॐ अनादि ब्रह्मचारिणे नमः

    72. ॐ कृष्णाव्यसन कर्शकाय नमः

    73. ॐ शिशुपालशिरश्छेत्रे नमः

    74. ॐ दुर्योधनकुलान्तकाय नमः

    75. ॐ विदुराक्रूर वरदाय नमः

    76. ॐ विश्वरूपप्रदर्शकाय नमः

    77. ॐ सत्यवाचे नमः

    78. ॐ सत्य सङ्कल्पाय नमः

    79. ॐ सत्यभामारताय नमः

    80. ॐ जयिने नमः

    81. ॐ सुभद्रा पूर्वजाय नमः

    82. ॐ विष्णवे नमः

    83. ॐ भीष्ममुक्ति प्रदायकाय नमः

    84. ॐ जगद्गुरवे नमः

    85. ॐ जगन्नाथाय नमः

    86. ॐ वेणुनाद विशारदाय नमः

    87. ॐ वृषभासुर विध्वंसिने नमः

    88. ॐ बाणासुर करान्तकाय नमः

    89. ॐ युधिष्ठिर प्रतिष्ठात्रे नमः

    90. ॐ बर्हिबर्हावतंसकाय नमः

    91. ॐ पार्थसारथये नमः

    92. ॐ अव्यक्ताय नमः

    93. ॐ गीतामृत महोदधये नमः

    94. ॐ कालीय फणिमाणिक्य रञ्जित श्री पदाम्बुजाय नमः

    95. ॐ दामोदराय नमः

    96. ॐ यज्ञभोक्त्रे नमः

    97. ॐ दानवेन्द्र विनाशकाय नमः

    98. ॐ नारायणाय नमः

    99. ॐ परब्रह्मणे नमः

    100. ॐ पन्नगाशन वाहनाय नमः

    101. ॐ जलक्रीडा समासक्त गोपीवस्त्रापहाराकाय नमः

    102. ॐ पुण्य श्लोकाय नमः

    103. ॐ तीर्थकृते नमः

    104. ॐ वेदवेद्याय नमः

    105. ॐ दयानिधये नमः

    106. ॐ सर्वभूतात्मकाय नमः

    107. ॐ सर्वग्रह रुपिणे नमः

    108. ॐ परात्पराय नमः

    यह भी पढ़ें: Papmochani Ekadashi 2025: पापमोचनी एकादशी व्रत में क्या खाएं और क्या नहीं? यहां जानें पूरा अपडेट

    अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।