Masik Kalashtami 2025: कालाष्टमी पर जरूर करें ये खास उपाय, दूर होंगी सभी समस्याएं
मासिक कालाष्टमी का दिन तंत्र-मंत्र साधना करने वालों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दिन भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव की पूजा होती है। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन की कई समस्याओं से आपको मुक्ति मिल सकती है। ऐसे में चलिए जानते हैं मासिक कालाष्टमी के कुछ उपाय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मासिक कालाष्टमी (Masik Kalashtami 2025) का व्रत किया जाता है। इस दिन निशिता मुहूर्त में काल भैरव देव की पूजा का विधान है। माना जता है कि काल भैरव देव की कृपा से विशेष कार्यों में सफलता मिल सकती है। कालाष्टमी के दिन कुछ विशेष उपाय आपको जीवन की परेशानियों के साथ-साथ नकारात्मक ऊर्जा से भी मुक्ति दिला सकते हैं।
मासिक कालाष्टमी मुहूर्त (Masik Kalashtami Muhurat)
आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 18 जून को दोपहर 1 बजकर 34 मिनट पर हो रही है। वहीं यह तिथि 19 जून को सुबह 11 बजकर 55 मिनट तक समाप्त होगी। ऐसे में आषाढ़ माह की कालाष्टमी का व्रत बुधवार 18 जून को किया जाएगा।
दूर होंगे सभी कष्ट
कुत्ता भगवान भैरव का वाहन है, ऐसे में कालाष्टमी के दिन कुत्ते को रोटी जरूर खिलाएं। मान्यताओं के अनुसार इस उपाय (Kalashtami Upay) को करने से काल भैरव देव की कृपा प्राप्त होती है और देखते ही देखते आपके सभी दुख समाप्त हो जाते हैं।
राहु दोष में मिलेगी राहत
यदि आपको राहु के बुरे प्रभाव का सामना करना पड़ रहा है, तो इसके लिए कालाष्टमी के दिन श्रद्धा भाव के साथ भैरो बाबा की पूजा-अर्चना करें व उनके मंत्रों का जप करें। ऐसा करने से आपको राहु के बुरे प्रभाव से राहत मिल सकती है और सुख-समृद्धि के योग बनते हैं।
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डर से मिलेगी मुक्ति
मासिक कालाष्टमी की पूजा के दौरान भैरव जी के चरणों में एक काले रंग का धागा अर्पित करें। इसके बाद ऊँ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ऊँ इस मंत्र का जप करें। ऐसा करने पर आपके सभी प्रकार के भय दूर हो सकते हैं।
नकारात्मक ऊर्जा रहेगी दूर
कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा को मीठी रोटी का भोग लगाएं और उनके सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं। माना जाता है कि ऐसा करने से साधक को नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति मिल सकती है और जीवन में खुलहाली बनी रहती है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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