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    Durga Ashtami 2025 Date: अगहन महीने में कब है दुर्गा अष्टमी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग

    Updated: Tue, 18 Nov 2025 09:00 PM (IST)

    अगहन माह की मासिक दुर्गा अष्टमी 28 नवंबर को मनाई जाएगी। यह तिथि देवी दुर्गा को समर्पित है और इस दिन उनकी पूजा करने से विशेष कार्यों में सफलता मिलती है। अष्टमी तिथि 28 नवंबर को देर रात 12 बजकर 29 मिनट से शुरू होकर 29 नवंबर को देर रात 12 बजकर 15 मिनट पर समाप्त होगी। इस दिन हर्षण योग सहित कई शुभ योग बन रहे हैं, जिनमें देवी मां की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और बिगड़े काम बनते हैं।  

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    Durga Ashtami 2025 Date: दुर्गा अष्टमी का धार्मिक महत्व 

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि जगत की देवी मां दुर्गा को समर्पित होता है। इस शुभ तिथि पर देवी मां दुर्गा की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त दुर्गा अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक को सभी प्रकार के विशेष कामों में सफलता मिलती है। आइए, अगहन माह की दुर्गा अष्टमी की तिथि एवं शुभ मुहूर्त जानते हैं-

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    मासिक दुर्गा अष्टमी शुभ मुहूर्त (Masik Durga Ashtami Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, अगहन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 28 नवंबर को भारतीय समयानुसार देर रात 12 बजकर 29 मिनट पर होगी। वहीं, अष्टमी तिथि की समाप्ति 29 नवंबर को देर रात 12 बजकर 15 मिनट पर होगी। जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा निशा काल में होती है। अत: 28 नवंबर को अगहन महीने की दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी।

    मासिक दुर्गा अष्टमी शुभ योग (Masik Durga Ashtami Shubh Yog)

    ज्योतिषियों की मानें तो अगहन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर हर्षण योग समेत कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। हर्षण का संयोग दिन में 11 बजकर 06 मिनट से है। इसके साथ ही शतभिषा नक्षत्र और बव करण के भी योग हैं। इन योग में देवी मां दुर्गा की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही सभी बिगड़े काम बनेंगे।

    पंचांग

    • सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 56 मिनट पर
    • सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 33 मिनट पर
    • चंद्रोदय- दोपहर 12 बजकर 51 मिनट से...
    • चन्द्रास्त- देर रात 12 बजकर 39 मिनट तक
    • ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 09 मिनट से 06 बजकर 03 मिनट तक
    • विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 01 मिनट से 02 बजकर 43 मिनट तक
    • गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 31 मिनट से 05 बजकर 58 मिनट तक
    • निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 48 मिनट से 12 बजकर 42 मिनट तक

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।