Mangla Gauri Vrat 2023: सावन मास का दूसरा मंगला गौरी व्रत कब? जानिए तिथि और शुभ मुहूर्त
Mangla Gauri Vrat 2023 माता पार्वती और भगवान शिव की उपासना के लिए मंगला गौरी व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। यह व्रत श्रावण मास के कृष्ण पक्ष में प्रत्येक मंगलवार के दिन रखा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस विशेष दिन पर व्रत रखने से संतान प्राप्ति परिवार में सुख-समृद्धि एवं दांपत्य जीवन में खुशहाली का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क । Mangla Gauri Vrat 2023: सावन के महीने में व्रत एवं त्योहारों का विशेष महत्व है। जिस प्रकार सावन में सोमवार का दिन भगवान शिव की उपासना के लिए समर्पित है, उसी प्रकार इस पवित्र मास में मंगलवार का दिन माता पार्वती की उपासना के लिए समर्पित है। बता दें कि सावन के प्रत्येक मंगलवार के दिन मंगला गौरी व्रत रखा जाता है। हिंदू धर्म में इस व्रत का विशेष महत्व है। मान्यता है कि मंगला गौरी व्रत रखने से अखंड सुहाग, संतान प्राप्ति, संतान की रक्षा व परिवार में सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। आइए जानते हैं, कब रखा जाएगा सावन मास का दूसरा मंगला गौरी व्रत?
द्वितीय मंगला गौरी व्रत 2023 कब? (Mangla Gauri Vrat 2023 Date)
सावन मास में दूसरा मंगला गौरी व्रत 11 जुलाई 2023, मंगलवार के दिन रखा जाएगा। बता दें कि इस दिन श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की नवमी तिथि है। इस विशेष दिन पर चार अत्यंत शुभ योग का निर्माण हो रहा है। बता दें कि इस दिन पर सुकर्मा और धृति योग बन रहे हैं। साथ ही इस विशेष दिन पर सर्वार्थ सिद्धि योग व अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है।
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मंगला गौरी व्रत का क्या है महत्व (Mangla Gauri Vrat 2023 Importance)
मंगला गौरी व्रत विशेष रूप से महिलाएं रखती हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, देवी पार्वती ने इसी व्रत का पालन कर भगवान शिव को प्रसन्न किया था और उन्हें पति के रूप में प्राप्त किया था। इसलिए माना जाता है कि मंगला गौरी व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है। साथ ही संतान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है, इसके साथ जीवन में आ रही बाधाएं भी दूर हो जाती हैं। शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि मंगला गौरी व्रत रखने से पति को दीर्घायु का आशीर्वाद मिलता है।
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