किसकी अवतार हैं श्रीकृष्ण की मां देवकी, भगवान विष्णु ने कई रूपों में लिया इनके गर्भ से जन्म
इस बारे में तो लगभग सभी जानते होंगे कि भगवान विष्णु के आठवें अवतार यानी भगवान श्री कृष्ण का जन्म मां देवकी के गर्भ से हुआ था लेकिन उनका पालन-पोषण माता यशोदा ने किया था। लेकिन क्या आप इस विषय में जानते हैं कि देवकी (Maa Devaki story) किसकी अवतार थीं। अगर नहीं तो चलिए जानते हैं इससे संबंधित कथा।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। देवकी, मथुरा के राजा उग्रसेन की बेटी और कंस की बहन थीं। उनका विवाह वासुदेव से हुआ था। द्वापर युग में भगवान कृष्ण को जन्म देने वाली देवकी कोई आम महिला नहीं थीं, बल्कि वह ब्रह्म शक्ति का स्वरूप मानी जाती हैं।
इसी के साथ यह भी कहा जाता है कि देवकी ने अपने अलग-अलग जन्मों में भगवान विष्णु के अलग-अलग रूपों को जन्म दिया था। चलिए जानते हैं इस बारे में।
मिलती है ये कथा
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देवकी के पूर्वजन्म से संबंधित कथा का वर्णन भागवत पुराण में मिलता है। कथा के अनुसार, देवकी पिछले जन्म में पृश्नि थी, वहीं वासुदेव उनके पति थे, जो सुतपा नाम के प्रजापति थे। दोनो ने संतान प्राप्ति के लिए कठिन तपस्या की।
तब भगवान विष्णु प्रसन्न होकर प्रकट हुए और उनसे एक वरदान मांगने को कहा। तब उन दोनों ने कहा कि हमें आपके जैसा पुत्र का वरदान चाहिए। तब भगवान विष्णु के आशीर्वाद दिया जिससे पृश्नि से पृश्निगर्भ नामक पुत्र का जन्म हुआ, जो भगवान विष्णु के अवतारों में से एक हैं।
भगवान विष्णु ने जताई थी ये इच्छा
कथा के अनुसार, एक बार देवताओं की माता अदिति के मातृत्व को देखकर भगवान विष्णु ने उनके सामने यह इच्छा जाहिर की, कि वह भी उनके पुत्र के रूप में जन्म लेना चाहते हैं। तब उनका जन्म वामन अवतार के रूप में हुआ, जिन्होंने राजा बलि के घमंड को तोड़ने के लिए दो ही पग में पूरी पृथ्वी और ब्रह्माण नाप लिए थे। द्वापर युग की देवकी को देवी अदिति का है।
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कौन थीं देवी अदिति
अदिति, प्रजापति दक्ष और माता वीरणी की पुत्री थीं। जिसका विवाह ऋषि कश्यप से हुआ था। इन्हें एक ब्रह्म शक्ति भी माना गया है। वेदों और पुराणों में इनका वर्णन देवमाता के रूप में किया गया है, जिसका कारण यह है कि अदिति के गर्भ से ही सभी देवताओं का जन्म हुआ था, जो इस प्रकार हैं - त्रिविक्रम (वामन भगवान), विवस्वान, अर्यमा, पूषा, त्वष्टा, सविता, भग, धाता, वरुण, मित्र, विधाता, इंद्र।
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