Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    21 जून को होगा साल का सबसे बड़ा दिन, परछाई भी छोड़ देगी साथ… क्या आप जानते हैं इसका साइंस

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 08:00 AM (IST)

    Summer Solstice 2025 इस महीने 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन होगा। इस दिन सूर्योदय जल्दी और सूर्यास्त देर से होगा जिससे उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन और छोटी रात होगी। कर्क रेखा पर सूर्य लंबवत होने से दोपहर में परछाई भी कुछ समय के लिए साथ छोड़ देती है।

    Hero Image
    Summer Solstice 2025: 21 जून को उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटी रात होगी।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। साल का सबसे बड़ा दिन इसी महीने आएगा। 21 जून की तारीख को सूर्य बहुत जल्दी उदित होगा और अस्त भी बहुत देर से होगा। इसकी वजह से भूमध्य रेखा के उत्तर में स्थित जगहों जैसे उत्तर अमेरिका, यूरोप, रूस, एशिया और आधा अफ्रीका महाद्वीप में आने वाले कई देशों में सबसे लंबा दिन देखने को मिलेगा। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    21 जून को उत्तरी गोलार्ध में सबसे छोटी रात होगी। इसके अलावा इस दिन एक और विशेष खगोलीय स्थिति बनती है, जिसकी वजह से थोड़े समय के लिए ही सही, लेकिन परछाई भी साथ छोड़ देती है। दोपहर के 12 बजे के करीब जब सूर्य अपने चरम पर होता है, तब यह स्थिति देखने को मिलती है। 

    क्यों साथ छोड़ देती है परछाई 

    दरअसल, कर्क रेखा पर सूर्य के आने की वजह से यह स्थिति बनती है। कर्क रेखा पर सूर्य एकदम लंबवत यानी सीधा आ जाता है, जिसकी वजह से धरती पर उसका सीधा प्रकाश आता है। इस दिन सामान्य दिनों की तुलना में धरती को सूर्य की ऊर्जा 30 प्रतिशत अधिक मिलती है।

    कर्क संक्रांति के बाद बनती है स्थिति 

    सूर्य की किरणें 21 जून को करीब 15 से 16 घंटे तक धरती पर पड़ती हैं। यह स्थित कर्क संक्रांति के बाद बनती है, जब पृथ्वी का अक्षीय झुकाव सूर्य की ओर अधिकतम हो जाती है। कर्क संक्रांति इस साल 16 जुलाई 2025 को बुधवार के दिन होगी, जब सूर्य मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में प्रवेश करेगा।

    यह भी पढ़ें- Palmistry Secrets: हथेली के बुध पर्वत पर गोले का निशान, बातों से जीत लेते हैं दूसरों का दिल 

    बताते चलें कि कर्क संक्रांति के समय पर सूरज की ओर पृथ्वी अपनी धुरी पर 23 डिग्री और 26 मिनट तक झुकी रहती है। धरती के सूर्य की तरफ झुकने की यह अधिकतम सीमा है। 

    फिर छोटे होने लगेंगे दिन, रातें होंगी लंबी 

    इस खगोलीय घटना के बाद से यानी 21 जून के बाद से सूर्य दक्षिण की ओर बढ़ने लगेगा। इसे सूर्य का दक्षिणायन होना माना जाता है। इस तारीख के बाद से दिन छोटे होने लगेंगे और रातें लंबी होनी शुरू हो जाएंगी। 21 सितंबर आते-आते दिन और रात एक बराबर हो जाते हैं।

    यह भी पढ़ें- Devshayani Ekadashi 2025: क्या सच में सोते हैं भगवान विष्णु, क्या है इसके पीछे की कहानी

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।