Laddu Gopal Puja Niyam: क्या लड्डू गोपाल को अपने साथ बाहर ले जाना सही? जानिए इसके नियम
आपने कई लोगों को बड़े ही भक्तिभाव से लड्डू गोपाल की पूजा-अर्चना (Laddu Gopal Puja Niyam) करते देखा होगा। इसकी सेवा एक छोटे बालक की तरह ही की जाती है। कई लोग बाहर घूमने-फिरने जाते हैं तो लड्डू गोपाल को भी अपने साथ ले जाते हैं। लेकिन क्या ऐसा करना सही है। चलिए जानते हैं इससे जुड़े कुछ जरूरी नियम।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। लड्डू गोपाल, जो भगवान श्रीकृष्ण के ही बाल स्वरूप माने गए हैं, उनकी पूजा-अर्चना से साधक के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। लड्डू गोपाल की सेवा से संबंधित कई तरह के नियम भी मिलते हैं, जिनका जरूरी रूप से ध्यान रखना चाहिए, तभी आपकी पूजा सफल हो सकती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि लड्डू गोपाल को अपने साथ बाहर ले जाना सही है या गलत।
साथ ले जाना सही या गलत
माना जाता है कि एक बार लड्डू गोपाल जी को स्थापित करने के बाद उन्हें अपने स्थान से हटाना नहीं चाहिए। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा में कमी आ सकती है। ऐसे में अगर आप कहीं बाहर जा रहे हैं, तो अपने लड्डू गोपाल को किसी भरोसेमंद व्यक्ति के हाथ में सौंप सकते हैं, जो अच्छे से उनकी सेवा कर सके।
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यह भी है एक कारण
लड्डू गोपाल को अपने साथ बाहर न ले जाने का एक कारण यह भी है कि जिस तरह घर में पवित्रता और साफ-सफाई का ध्यान रखा जा सकता है, उस तरह बाहर लड्डू गोपाल की सेवा कर पाना मुश्किल है। इसलिए घर में ही लड्डू गोपाल की सेवा-अर्चना करना उचित माना जाता है।
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इन नियमों का रखें ध्यान
अगर आप बाहर भी लड्डू गोपाल की स्वच्छता और पवित्रता का पूरा ध्यान रख सकें, तभी उन्हें अपने साथ बाहर ले जाना चाहिए। सबसे पहले तो लड्डू गोपाल के लिए एक टोकरी में पूरी व्यवस्था करनी चाहए। टोकरी में साफ-सुथरा कपड़ा बिछाएं और इसके बाद लड्डू गोपाल जी को उसमे बैठाएं। इसी के साथ सफर के दौरान आप लड्डू गोपाल को जिस भी चीज का भोग लगा रहे हैं, उसकी सात्विकता को जरूर सुनिश्चित कर लें।
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