Kharmas 2025 Date: मार्च महीने में कब से शुरू होगा खरमास? शुभ कामों पर लग जाएगी रोक
ज्योतिषियों की मानें तो आत्मा के कारक सूर्य देव की (Sun Gochar 2025 Date) पूजा एवं साधना करने से आरोग्य जीवन का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है। भगवान विष्णु की पूजा करने से कुंडली में सूर्य मजबूत होता है। इस साल होली के शुभ अवसर पर मीन संक्रांति मनाई जाएगी।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Surya Gochar 2025: सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने की तिथि पर संक्रांति मनाई जाती है। संक्रांति तिथि पर बड़ी संख्या में साधक गंगा समेत पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। इसके बाद भक्ति भाव से सूर्य देव की पूजा एवं साधना करते हैं। इसके साथ ही संक्रांति तिथि पर दान-पुण्य किया जाता है।
सूर्य देव के धनु और मीन राशि में गोचर करने के दौरान खरमास लगता है। इस दौरान सूर्य के तेज से गुरु का प्रभाव शून्य हो जाता है। इसके लिए खरमास के दौरान शुभ काम करने की मनाही होती है। वहीं, खरमास (Kharmas 2025 Date) के दौरान सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए। आइए, खरमास के बारे में सबकुछ जानते हैं-
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मीन संक्रांति
ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य देव 14 मार्च को राशि परिवर्तन करेंगे। इस दिन सूर्य देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में गोचर करेंगे। अत: 14 मार्च को मीन संक्रांति मनाई जाएगी। इसी दिन होली भी है। मीन संक्रांति पर पुण्य काल दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से लेकर शाम 06 बजकर 29 मिनट तक है। वहीं, महा पुण्य काल शाम 04 बजकर 29 मिनट से शाम 06 बजकर 29 मिनट तक है।
कब से शुरू होगा खरमास?
आत्मा के कारक सूर्य देव 14 मार्च को मीन राशि में गोचर करेंगे। इस दिन से खरमास शुरू होगा। खरमास के दौरान शादी, विवाह, उपनयन, गृह प्रवेश, गाड़ी और मकान की खरीदारी समेत सभी प्रकार के मांगलिक कार्य करने की मनाही होती है।
कब खत्म होगा खरमास?
सूर्य देव 14 अप्रैल को राशि परिवर्तन करेंगे। इस दिन सूर्य देव मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे। सूर्य देव के मेष राशि में गोचर करने के साथ ही खरमास समाप्त हो जाएगा। इस दिन से सभी प्रकार के मांगलिक कार्य किए जाएंगे। मेष राशि में सूर्य देव 14 मई तक रहेंगे। इसके अगले दिन सूर्य. देव राशि परिवर्तन कर वृषभ राशि में गोचर करेंगे।
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