Kharmas 2025: खरमास में इन शुभ समय में कर सकते हैं खरीदारी, नहीं पड़ेगा बुरा असर
खरमान (Kharmas 2025) का समय बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। इस दौरान नए काम करने की पूरी तरह मनाही होती है। वहीं इसको लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं जिनका ध्यान हर किसी को रखना चाहिए। इस बार खरमास की शुरुआत 14 मार्च (Kharmas 2025 Shubh Muhurat) से हो रही है तो चलिए इससे जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में खरमास का अपना धार्मिक महत्व है। यह वह समय होता है जब सभी शुभ काम बंद हो जाते हैं, क्योंकि इस समय को अशुभ माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस बार खरमास की शुरुआत दिन शुक्रवार 14 मार्च (Kharmas 2025) से हो रही है। वहीं, इसका समापन 14 अप्रैल को होगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस काल में किसी भी प्रकार का मांगलिक काम नहीं करना चाहिए, लेकिन अगर आपको इस दौरान किसी विशेष काम के लिए जाना पड़ जाए, तो उसकी खरीदारी के लिए यहां कुछ शुभ मुहूर्त (Best time for shopping in Kharmas) बताए गए हैं, उस दौरान आप खरीदारी कर सकते हैं, आइए यहां जानते हैं।
खरीदारी शुभ मुहूर्त (Kharmas Shopping Shubh Muhurat)
16 मार्च
- द्विपुष्कर योग - सुबह 11 बजकर 45 मिनट से शाम 04 बजकर 58 मिनट तक।
- सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 6 बजकर 30 मिनट से रात 11 बजकर 45 मिनट तक।
- अमृत सिद्धि योग - सुबह 11 बजकर 45 मिनट शाम 4 बजकर 58 मिनट तक।
19 मार्च
- सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 8 बजकर 50 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।
- अमृत सिद्धि योग - रात 8 बजकर 50 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजकर 25 मिनट तक रहेगा।
- सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 6 बजकर 25 मिनट से रात 11 बजकर 31 मिनट तक रहेगा।
- रवि योग रात - 11 बजकर 31 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजकर 24 मिनट तक रहेगा।
21 मार्च
- रवि योग - सुबह 6 बजकर 24 मिनट से अगले दिन दोपहर 1 बजकर 46 मिनट तक रहेगा।
23 मार्च
- सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 04 बजकर 18 मिनट से अगले दिन शाम 6 बजकर 20 मिनट तक रहेगा।
30 मार्च
- सर्वार्थ सिद्धि योग - सुबह 4 बजकर 35 मिनट से अगले दिन सुबह 6 बजकर 15 मिनट तक रहेगा।
6 अप्रैल
- रविपुष्य योग - सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 10 बजकर 30 मिनट से अगले दिन सुबह 7 बजकर 06 मिनट तक रहेगा।
15 अप्रैल
- त्रिपुष्कर योग - सुबह 05 बजकर 56 मिनट अगले दिन सुबह 10 बजकर 55 मिनट तक रहेगा।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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