Karwa Chauth 2025: करवाचौथ में भूल से न करें ये 6 गलतियां, वरना टूट सकता है व्रत
करवा चौथ (Karwa Chauth 2025 Vrat Rules) का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए खास होता है। इस दिन वे पति की लंबी आयु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। वहीं व्रत के कुछ नियम होते हैं जिनका पालन करना जरूरी होता है तो आइए उन कठिन नियमों के बारे में जानते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। करवाचौथ का पर्व हर सुहागिन महिला के लिए बहुत खास होता है। इस दिन वे अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और पूजा-अर्चना करती हैं। यह व्रत न केवल एक धार्मिक परंपरा है, बल्कि पति-पत्नी के अटूट प्रेम और समर्पण का प्रतीक भी है। हालांकि इस व्रत (Karwa Chauth 2025) को लेकर कुछ नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करना बेहद जरूरी होता है, तो व्रत से जुड़ी कुछ प्रमुख बातों को जानते हैं।
करवाचौथ के दिन न करें ये गलतियां (Karwa Chauth Vrat Niyam)
- अनाज का सेवन - करवाचौथ का व्रत सूर्योदय से पहले खाई जाने वाली सरगी के बाद शुरू होता है और चांद निकलने के बाद ही खोला जाता है। इस दौरान जल की एक बूंद भी ग्रहण नहीं की जाती। अगर कोई महिला गलती से भी इस व्रत में जल या भोजन का सेवन कर लेती है, तो उसका व्रत खंडित हो जाता है।
- चांद निकलने से पहले व्रत खोलना - करवाचौथ का व्रत चांद को अर्घ्य देकर ही पूरा माना जाता है। अगर आप किसी भी वजह से चांद निकलने से पहले व्रत खोल लेती हैं, तो व्रत का कोई फल नहीं मिलता। इसलिए, चंद्र दर्शन के बाद ही व्रत खोलें।
- न करें ये काम - करवाचौथ के दिन सुई, कैंची, चाकू जैसी धारदार वस्तुओं का प्रयोग नहीं करना चाहिए। माना जाता है कि ऐसा करने से व्रत का फल कम होता है। साथ ही यह अशुभ माना जाता है। ऐसे में इस दिन सिलाई या कढ़ाई जैसे काम करने से बचें।
- दिन में सोना - व्रत के दिन दोपहर या दिन में सोने से भी बचना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, व्रत में दिन के समय सोना वर्जित माना गया है, क्योंकि ऐसा करने से व्रत का फल नहीं मिलता है। व्रत के दौरान शरीर और मन को भगवान के प्रति समर्पित रखना चाहिए।
- किसी का अपमान करना - यह व्रत प्यार और समर्पण का प्रतीक है। ऐसे में इस दिन अपने जीवनसाथी या घर के किसी भी बड़े-बुजुर्ग का अपमान करने से बचें। साथ ही व्रत के दौरान क्रोध, अपशब्द और लड़ाई-झगड़ा करने से भी बचना चाहिए।
- सुहाग की सामग्री दान करना - करवाचौथ पर सुहागिन महिलाओं को सुहाग की सामग्री का दान करना बहुत शुभ माना जाता है, लेकिन गलती से अपनी सुहाग की सामग्री का दान न करें। ऐसा करना अशुभ माना जाता है और इससे सौभाग्य भी कम होता है।
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