Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Kanya Pujan 2023: अष्टमी और नवमी पर इस विधि से करें कन्या पूजन, मिलेगा मां दुर्गा का आशीर्वाद

    By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi Dwivedi
    Updated: Fri, 20 Oct 2023 11:56 AM (IST)

    Kanya Pujan 2023 साधक नवरात्र के 9 दिनों तक नौ देवियों की पूजा करते हैं। साथ ही उनके लिए उपवास रखते हैं। नवरात्र की अष्टमी तिथि और नवमी तिथि का बेहद महत्व है क्योंकि इस दिन भक्त कन्या पूजन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों के घरों को खुशियों से भर देती हैं।

    Hero Image
    Kanya Pujan 2023:

    नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Kanya Pujan: शारदीय नवरात्र का पर्व भक्त बड़े ही धूमधाम के साथ मनाते हैं। इस बार इस खास त्योहार की शुरुआत 15 अक्टूबर से हुई और इसका समापन 24 अक्टूबर को होगा। ऐसा माना जा रहा है, इस बार नवरात्र बेहद खास है। साधक नवरात्र के 9 दिनों तक नौ देवियों की पूजा करते हैं। साथ ही उनके लिए उपवास रखते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    नवरात्र की अष्टमी तिथि और नवमी तिथि का बेहद महत्व है क्योंकि इस दिन भक्त कन्या पूजन करते हैं। ऐसी मान्यता है कि कन्या पूजन से मां दुर्गा प्रसन्न होकर अपने भक्तों के घरों को खुशियों से भर देती हैं।

    यह भी पढ़ें : Chandra Grahan 2023: चंद्र ग्रहण पर इन 3 राशियों की खुलेगी किस्मत, भाग्य का मिलेगा पूरा साथ

    कन्या पूजन विधि

    1. देवी दुर्गा और भैरव बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा और भक्ति जाहिर करने के लिए साधक कन्या पूजन का महत्वपूर्ण अनुष्ठान करते हैं।
    2. कन्या पूजन के दिन साधक सुबह उठें।
    3. अपने घरों को साफ करें।
    4. कन्या पूजन के लिए नौ लड़कियों के साथ एक लड़के को आमंत्रित करें।
    5. स्नान करने के बाद ही भोजन कराएं।
    6. कन्याओं का पैर धोएं।
    7. कन्याओं को रोली लगाएं।
    8. कन्याओं की कलाई पर एक पवित्र धागा बांधें।
    9. कन्याओं को खीर, पूड़ी, हलवा, चना आदि भोजन के रूप में खिलाएं।
    10. दक्षिणा के रूप में पैसे और कपड़े दें।
    11. अंत में आशीर्वाद की कामना करें।

    कन्या पूजन मंत्र

    ॐ श्री दुं दुर्गायै नमः ।।

    ॐ श्री कुमार्यै नमः ।।

    या देवी सर्वभू‍तेषु 'कन्या ' रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।।

    यह भी पढ़ें : 

    डिसक्लेमर-  इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देंश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।