Kailash Mansarovar Yatra 2025: करने जा रहें हैं मानसरोवर की यात्रा? तो नोट करें ये नियम, वरना नहीं मिलेगा शुभ फल
कैलाश मानसरोवर यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra 2025) को एक पवित्र और कठिन तीर्थयात्रा माना जाता है, जो पापों का अंत कर मोक्ष प्रदान करती है। यह यात्रा 30 जून 2025 से शुरू होकर अगस्त 2025 तक चलेगी। इसमें शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को ब्रह्मचर्य, शांत मन, शारीरिक फिटनेस और सात्विक भोजन जैसे कई नियमों का पालन करना होता है, तो आइए इसके सभी नियमों को जानते हैं।

Kailash Mansarovar Yatra 2025: कैलाश मानसरोवर डेट।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मानसरोवर यात्रा एक पवित्र और सबसे कठिन तीर्थयात्रा मानी जाती है, जिसमें शामिल होने से सभी पापों का अंत होता है। इसके साथ ही सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। कहते हैं कि जो लोग एक बार इस धार्मिक यात्रा (Kailash Mansarovar Yatra 2025) का हिस्सा बनते हैं, वे मोक्ष के भागीदारी बन जाते हैं। वहीं, इस यात्रा को लेकर कुछ विशेष नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन हर किसी को करना चाहिए, आइए इस आर्टिकल में जानते हैं।
कैलाश मानसरोवर डेट (Kailash Mansarovar Yatra 2025 Date)
कैलाश मानसरोवर पांच साल बाद 30 जून, 2025 से (Kailash Mansarovar Yatra 2025) से शुरू हो रही है। यह यात्रा अगस्त 2025 तक चलेगी, जिसमें भक्तों की भारी भीड़ उमड़ेगी।
मानसरोवर यात्रा के नियम (Mansarovar Yatra 2025 Rules)
- यात्रा के दौरान ब्रह्मचर्य का पालन करना करना चाहिए।
- यात्रा के दौरान मन को शांत रखना चाहिए।
- इस दौरान वाद-विवाद या क्रोध करने से बचना चाहिए।
- यात्रा के दौरान भगवान शिव का ध्यान और भजन करते रहना चाहिए।
- यात्रा के दौरान किसी भी साधक को परेशान नहीं करना चाहिए।
- यात्रा में पवित्रता का खास ख्याल रखना चाहिए।
- इस यात्रा में शामिल होने वाले लोगों को शारीरिक रूप से स्वस्थ होना बहुत जरूरी है, क्योंकि इसके रास्ते बहुत ज्यादा कठिन है।
- आमतौर पर, 18 से 70 साल की उम्र के लोग ही इस यात्रा में शामिल हो सकते हैं।
- यात्रा के लिए भारत सरकार और चीन सरकार से आवश्यक परमिट और वीजा जरूरी माना गया है।
- यात्रा के दौरान गर्म कपड़े, रेनकोट, आरामदायक जूते, मेडिकल किट, टॉर्च, चश्मा, टोपी, दस्ताने आदि साथ रखना चाहिए।
- यात्रा के दौरान केवल सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए।
- यात्रा में किसी भी तरह के बुरे विचार मन में नहीं रखने चाहिए।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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