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    Mauni Amavasya 2025: पितृ दोष से न हों परेशान, मौनी अमावस्या के इन उपायों से प्रसन्न होंगे पूर्वज

    धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमावस्या के शुभ मौके पर श्राद्ध कर्म और तर्पण करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। साथ ही पूर्वजों की कृपा से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। इस बार माघ माह में मौनी अमावस्या (Mauni amavasya 2025 Upau) मनाई जाएगी। इस दिन उपाय से करने से पितृ दोष की समस्या से छुटकारा मिलता है और पितरों को शांति प्राप्त होती है।

    By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Fri, 17 Jan 2025 04:50 PM (IST)
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    Mauni Amavasya 2025: मौनी अमावस्या पर ऐसे करें पितरों को प्रसन्न (Pic Credit- Freepik)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Mauni Amavasya 2025 Upay: पंचांग के अनुसार, माघ माह में मौनी अमावस्या का पर्व 29 जनवरी (Mauni Amavasya 2025 Date) को मनाया जाएगा। इस अमावस्या को माघ अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन भगवान विष्णु और पितरों की पूजा-अर्चना करने से जीवन हमेशा खुशियों से भरा रहता है। साथ ही पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

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    मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान, दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति को सभी पापों से छुटकारा मिलता है। ऐसी मान्यता है कि पितृ दोष की समस्या में व्यक्ति को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ज्योतिष मौनी अमावस्या के दिन कुछ उपाय करने की सलाह देते हैं। आइए जानते हैं कि मौनी अमावस्या पर किए जाने वाले उपाय के बारे में।

    माघ अमावस्या 2025 शुभ मुहूर्त

    पंचांग के अनुसार, माघ अमावस्या की तिथि 28 जनवरी को रात 07 बजकर 35 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 29 जनवरी को शाम यानी 06 बजकर 05 मिनट पर होगा। ऐसे में मौनी अमावस्या का पर्व 29 जनवरी को मनाया जाएगा।

    पितृ दोष होगा दूर

    पितृ दोष को खत्म करने के लिए माघ अमावस्या के दिन पितरों का तर्पण करें। साथ ही विशेष चीजों का भोग लगाएं। ऐसा करने से पितृ दोष दूर होता है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है।

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    प्रसन्न होंगे पूर्वज

    धार्मिक मान्यता के अनुसार, मौनी अमावस्या के दिन देवी-देवता और पितृ गंगा में स्नान करते आते हैं। ऐसे में आप मौनी अमावस्या के दिन ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी स्नान करें। माना जाता है कि ऐसा करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है और पूर्वज प्रसन्न होते हैं। यदि किसी वजह से गंगा स्नान करना संभव नहीं है, तो आप घर पर नहाने के पानी में गंगाजल ड़ालकर स्नान करें। इससे गंगा स्नान का फल प्राप्त होगा।

    (Pic Credit- Freepik)

    धन में होगी वृद्धि

    माघ अमावस्या के दिन गुड़, तिल, घी, धन या फिर गर्म कपड़े का दान करें। मान्यता है कि इन चीजों का दान करने से पितरों का आशीर्वाद मिलता है और धन में वृद्धि होती है। इसके अलावा व्यक्ति के रुके हुए काम पूरे होते हैं और बिजनेस में सफलता हासिल होती है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्नमाध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।