Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Masik shivratri 2024: मार्गशीर्ष माह में कब है मासिक शिवरात्रि? अभी नोट करें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

    Updated: Tue, 19 Nov 2024 11:01 AM (IST)

    सनातन धर्म में सभी पर्व किसी न किसी देवी-देवता को समर्पित है। इसी प्रकार मासिक शिवरात्रि का त्योहार भगवान शिव और मां पार्वती को समर्पित है। इस शुभ तिथि पर महादेव के संग माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने का विधान है। आइए जानते हैं कि मार्गशीर्ष माह की मासिक शिवरात्रि की (Masik Shivratri 2024 Date) डेट शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।

    Hero Image
    Lord shiv: मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर मासिक शिवरात्रि व्रत (Masik Shivratri 2024) किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस तिथि पर विधिपूर्वक भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना करने से साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही महेदव की कृपा प्राप्त होती है। व्रत को करने से जातक को विवाह में आ रही बाधा से छुटकारा मिलता है और मनचाहा वर मिलता है।      

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त (Masik Shivratri 2024 Puja Muhurat)

    पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 29 नवंबर 2024, प्रातः 08 बजकर 29 मिनट पर हो शुरू हो रही है। साथ ही इस तिथि का समापन 30  नवंबर को प्रातः 10 बजकर 29 मिनट पर होने जा रहा है। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत 29 नवंबर को किया जाएगा।  

    ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 07 मिनट से 06 बजकर 01 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 54 मिनट से 02 बजकर 36 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 21 मिनट से 05 बजकर 48 मिनट तक

    अमृत काल- रात्रि 02 बजकर 56 मिनट से 04 बजकर 42 मिनट तक  

    यह भी पढ़ें:  Utpanna Ekadashi 2024: 26 या 27 नवंबर? कब है उत्पन्ना एकादशी? जानें क्या है सही डेट

    मासिक शिवरात्रि पूजा विधि (Masik Shivratri Puja Vidhi)

    मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी उठें और दिन की शुरुआत देवी-देवता के ध्यान से करें। स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें। इसके बाद चौकी पर महादेव (Lord Shiv Puja Vidhi) और मां पार्वती की प्रतिमा को विराजमान करें। कच्चे दूध, गंगाजल और जल से शिव जी का अभिषेक करें। इसके बाद उन्हें बेलपत्र, धतूरा, भांग चढ़ाएं और मां पार्वती को श्रृंगार की चीजें अर्पित करें। दीपक जलाकर आरती करें और मंत्रों-शिव चालीसा का पाठ करें। जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कमान करें। अंत में भोग लगाएं और लोगों में प्रसाद का वितरण करें। व्रत का पारण करने के बाद मंदिर या गरीब लोगों में अन्न और धन का दान करें। मान्यता है कि मासिक शिवरात्रि के दिन दान करने से जातक को सभी सुखों की प्राप्ति होती है।

    यह भी पढ़ें:  Kaal Bhairav Jayanti 2024: कब है काल भैरव जयंती? नोट करें पूजा का समय और नियम

     

    इस उपाय से मिलेगा मनचाहा वर

    अगर आप मनचाहा वर पाना चाहते हैं, तो मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव का गंगाजल और शहद से अभिषेक करें। साथ ही प्रभु से मनचाहा वर पाने के लिए प्रार्थना करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से साधक को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और जल्द विवाह के योग बनते हैं।

    अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।