Basant Panchami के दिन इन गलतियों से नाराज हो सकती हैं मां सरस्वती, जानें क्या करें और क्या न करें?
हर साल माघ के महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन वसंत पंचमी (Basant Panchami 2025) मनाई जाती है। इस पर्व को देशभर में अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस शुभ तिथि पर ज्ञान कला और वाणी की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही विशेष चीजों का दान किया जाता है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। धार्मिक मान्यता के अनुसार, माघ महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मां सरस्वती प्रकट हुई थीं। इसी वजह से इस दिन वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। साथ ही मां सरस्वती की प्रतिमा को विराजमान कर उपासना की जाती है। मान्यता है कि मां सरस्वती की पूजा-अर्चना करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है। वसंत पंचमी के 40 दिन बाद होली का पर्व मनाया जाता है। इसलिए इस दिन से होली (Holi 2025) के त्योहार का आरंभ माना जाता है।
ऐसा माना जाता है कि वसंत पंचमी (Basant Panchami Ke Niyam) के दिन कुछ गलतियों को करने से व्यक्ति को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही मां सरस्वती नाराज हो सकती हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि वसंत पंचमी के दिन क्या करें और क्या न करें?
(Pic Credit-Freepik)
वसंत पंचमी के दिन क्या करें (What to do on Vasant Panchami)
- वसंत पंचमी के दिन मां मां सरस्वती की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें।
- पूजा के दौरान पढ़ाई में सफलता प्राप्ति के लिए मां सरस्वती से कामना करें।
- इसके अलावा पूजा थाली में लड्डू और मीठे पीले चावल भोग के लिए शामिल करें।
- श्रद्धा अनुसार गरीब बच्चों को किताबें और पढ़ाई की चीजों दान करें। मान्यता है कि इन चीजों का दान करने से मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं। उनकी कृपा सदैव बनी रहती है।
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वसंत पंचमी के दिन क्या न करें (What not to do on Vasant Panchami)
- वसंत पंचमी के दिन किसी से भी गलत नहीं बोलना चाहिए। इससे मां सरस्वती नाराज हो सकती हैं।
- वसंत पंचमी की पूजा करने के बाद ही भोजन का सेवन करें। इस दिन व्रत भी किया जाता है।
- इसके अलावा तामसिक चीजों का सेवन भूलकर नहीं करना चाहिए।
- किसी से किसी से बातचीत के दौरान झूठ नहीं बोलना चाहिए।
- काले रंग के कपड़े न पहनें।
वसंत पंचमी 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Basant Panchami 2025 Date and Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि की शुरुआत 02 फरवरी को सुबह 09 बजकर 14 मिनट पर होगा। इस तिथि का समापन 03 फरवरी को सुबह 06 बजकर 52 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि का विशेष महत्व है। ऐसे में 02 फरवरी को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा।
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