Janmashtami 2025: जन्माष्टमी के दिन शिवलिंग पर चढ़ाएं ये विशेष वस्तुएं, धन की कमी के साथ छटेंगे दुख के बादल
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2025) का पर्व 15 अगस्त को मनाया जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन शिवलिंग पर कुछ विशेष वस्तुएं अर्पित करने से जीवन के सभी दुखों का नाश होता है और धन-धान्य में वृद्धि होती है। आइए उन दिव्य वस्तुओं के बारे में जानते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व हर साल भव्यता के साथ मनाया जाता है। यह भगवान कृष्ण के जन्म का प्रतीक है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 15 अगस्त को मनाया जा रहा है। इस दिन (Shri Krishna Janmashtami 2025) भगवान शिव की पूजा का भी विशेष महत्व होता है? धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन शिवलिंग पर कुछ विशेष वस्तुए अर्पित करने से जीवन के सभी दुखों का नाश होता है और धन-धान्य में वृद्धि होती है।
शिवलिंग पर अर्पित करें ये चीजें (What To Offer On Shivling Janmashtami)
बिल्व पत्र
बिल्व पत्र शिव जी को बहुत प्रिय है। तीन पत्तियों वाला बिल्व पत्र विशेष रूप से शुभ होता है। ऐसे में शिवलिंग पर बिल्व पत्र जरूर चढ़ाएं। अर्पित करते समय 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें। ऐसा करने से घर की दरिद्रता दूर होती है। इसके साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
गंगाजल
कहा जाता है कि गंगाजल से अभिषेक करने से भगवान शिव तुरंत खुश होते हैं और सभी मनोकामनाओं को पूर्ण करते हैं। इसके साथ ही सभी पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
धतूरा
धतूरा भगवान शिव को बहुत ज्यादा पसंद हैं। इसे चढ़ाने से भगवान शिव की कृपा मिलती है। इसके साथ ही भक्तों को रोगों से मुक्ति मिलती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
दूध
गाय का कच्चा दूध शिवलिंग पर चढ़ाना बहुत शुभ माना जाता है। दूध से अभिषेक करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही संतान प्राप्ति की इच्छा पूरी होती है और आरोग्य का आशीर्वाद मिलता है।
शमी पत्र
शमी पत्र भगवान शिव और शनिदेव दोनों को ही प्रिय है। ऐसे में शिवलिंग पर शमी पत्र अर्पित करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है और जीवन में सुख-शांति आती है।
सफेद चंदन
सफेद चंदन से शिवलिंग पर तिलक करने से भक्तों को मानसिक शांति मिलती है। इसके अलावा यह ग्रह दोषों को भी शांत करने में भी मदद करता है।
पूजा मंत्र
- ॐ कृष्णाय नमः।।
- वसुदेव सुतं देवं कंस चाणूर्मर्दनम्, देवकी परमानन्दं कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्:।।
- ॐ देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते, देहिमे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गतः।।
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