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    Janmashtami 2024 Special Bhog: इन चीजों के बिना अधूरा है जन्माष्टमी का प्रसाद, अर्पित करने से मिलता है 56 भोग के बराबर फल

    Updated: Sat, 24 Aug 2024 03:34 PM (IST)

    जन्माष्टमी पर्व का हिंदुओं के बीच बड़ा महत्व है। यह भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का प्रतीक है। हिंदू पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2024) भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस बार यह 26 अगस्त 2024 दिन सोमवार को मनाई जाएगी तो चलिए कान्हा को प्रसन्न करने के लिए उनके मनपसंद भोग के बारे में जानते हैं।

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    Janmashtami 2024 Special Bhog: इन चीजों के बिना अधूरा है कान्हा का भोग -

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। जन्माष्टमी का त्योहार बहुत ही शुभ माना जाता है। यह भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्रीकृष्ण को समर्पित है। वैदिक पंचांग के अनुसार, कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2024) भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल यह 26 अगस्त 2024 दिन सोमवार को मनाई जाएगी। इस दिन रात्रि की पूजा का विधान है, क्योंकि माना जाता है कि कृष्ण जी का जन्म आधी रात को हुआ था।

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    वहीं, अगर आप इस शुभ अवसर पर कान्हा की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको उन्हें यहां दिए गए भोग अवश्य अर्पित करना चाहिए।

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    इन चीजों के बिना अधूरा है कान्हा का भोग (Janmashtami 2024 Special Bhog)

    जन्‍माष्‍टमी के दिन लड्डू गोपाल जी को लोग तरह-तरह के भोग अर्पित करते हैं। हर कोई प्रयास करता है कि कान्हा की पूजा में जरा सी भी चूक न हो, जिसके चलते लोग काफी समय पहले से तैयारियां शुरू कर देते हैं। ऐसा कहा जाता है कि अगर आप श्रीकृष्ण की पूर्ण कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको उनका मनपसंद भोग अवश्य अर्पित करना चाहिए।

    कहा जाता है कि धनिया की पंजीरी, पंचामृत, खीरा और तुलसीदल के बिना भगवान कृष्ण का भोग अधूरा रहता है। साथ ही इन्हें अर्पित करने से 56 भोग के बराबर फल प्राप्त होता है और लड्डूगोपाल जी भी प्रसन्न होते हैं।

    भोग लगाते समय करें इस मंत्र का जाप

    जन्‍माष्‍टमी पर कान्हा को भोग लगाते समय इस मंत्र ''त्वदीयं वस्तु गोविन्द तुभ्यमेव समर्पये। गृहाण सम्मुखो भूत्वा प्रसीद परमेश्वर ।।'' का जाप करें। ऐसा कहा जाता है कि इससे भगवान भोग को स्वीकार कर लेते हैं। ऐसे में भोग लगाते समय इस मंत्र का जाप अवश्य करें। साथ ही भोग में तुलसी पत्र अवश्य शामिल करें।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।