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    Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ यात्रा के दौरान घर लाएं ये चीजें, मिलेगा अपार धन और यश

    Updated: Tue, 10 Jun 2025 03:58 PM (IST)

    जगन्नाथ रथ यात्रा (Jagannath Rath Yatra 2025) हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण मानी गई है। हर साल यह आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ बलभद्र और सुभद्रा के साथ निकाली जाती है। इस साल यह यात्रा 27 जून को शुरू होगी। मान्यता है कि इसमें शामिल होने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।

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    Jagannath Rath Yatra 2025: रथ यात्रा के दौरान घर लाएं ये चीजें।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में जगन्नाथ रथ यात्रा का बहुत महत्व है। यह हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को ओडिशा के पुरी में भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ निकाली जाती है। इस साल यह धर्म यात्रा 27 जून, शुक्रवार को शुरू होगी, जिसमें लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। ऐसा कहा जाता है कि इसमें शामिल होने से पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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    वहीं, इस यात्रा (Jagannath Rath Yatra 2025) से कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें जरूर लाना चाहिए, आइए उनके बारे में जानते हैं।

    रथ यात्रा के दौरान घर लाएं ये चीजें (Bring These Things Home During Rath Yatra)

    • निर्माल्य - पुरी में भगवान जगन्नाथ का विशेष प्रसाद, जिसे निर्माल्य कहा जाता है। ये एक तरह के सूखे चावल होते हैं। यह महाप्रसाद जगन्नाथ मंदिर के कोइली बैकुंठ के अंदर तैयार किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इसे घर लाने और ग्रहण करने से सभी पाप कट जाते हैं, और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
    • रथ की लकड़ी का छोटा टुकड़ा - जगन्नाथ रथ यात्रा के रथ नीम की लकड़ी से बनाए जाते हैं। यात्रा पूरी होने के बाद इन रथों की लकड़ियों के कुछ अंश भक्तों को दिए जाते हैं। कहते हैं कि रथ की लकड़ी का एक छोटा टुकड़ा घर में लाने से जीवन में सकारात्मकता आती है। इसके साथ ही घर में सुख-शांति बनी रहती है।
    • भगवान जगन्नाथ की तस्वीर - अगर आप रथ यात्रा में शामिल नहीं हो पाएं है, तो भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की एक छोटी प्रतिमा या तस्वीर घर लेकर आएं और नियमित रूप से उनकी पूजा करें। इससे भगवान की कृपा मिलेगी। साथ ही सभी दुख दूर होंगे।
    • महाप्रसाद - पुरी मंदिर का महाप्रसाद, जिसे अन्न ब्रह्म के रूप में जाना जाता है। इस महाप्रसाद को घर लाने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं।
    • तुलसी की माला - भगवान जगन्नाथ भगवान विष्णु के ही रूप हैं और तुलसी उन्हें बहुत ज्यादा प्रिय है। ऐसे में रथ यात्रा के दौरान पुरी से तुलसी की माला जरूर लाएं। इससे घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।