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    Hanuman Janmotsav 2024: हनुमान जन्मोत्सव पर करें ये विशेष उपाय, मंगल दोष से मिलेगी निजात

    ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली के प्रथम भाव द्वितीय भाव चतुर्थ भाव सप्तम भाव अष्टम भाव और द्वादश भाव में मंगल के रहने पर जातक मांगलिक कहलाता है। वहीं मंगल के साथ गुरु और शुक्र के रहने पर दोष का परिहार भी हो जाता है। अतः मंगल दोष का विचार सावधानी से करना चाहिए। इसके लिए आप प्रकांड पंडित या ज्योतिष की सलाह ले सकते हैं।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Sun, 21 Apr 2024 04:45 PM (IST)
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    Hanuman Janmotsav 2024: हनुमान जन्मोत्सव पर करें ये विशेष उपाय, मंगल दोष से मिलेगी निजात

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hanuman Janmotsav 2024: ज्योतिषीय गणना के अनुसार 23 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा है। चैत्र पूर्णिमा के दिन हनुमान जन्मोत्सव मनाया जाता है। शास्त्रों में निहित है कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को भगवान श्रीराम का अवतरण हुआ है। इसके पांच दिवस पश्चात भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी का जन्म हुआ है। अतः चैत्र पूर्णिमा तिथि पर हनुमान जी की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही विशेष कार्यों में सिद्धि प्राप्ति हेतु व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य प्रताप से साधक के जीवन में व्याप्त सभी दुख और संकट दूर हो जाते हैं। ज्योतिष शास्त्र में हनुमान जन्मोत्सव के दिन विशेष उपाय करने का भी विधान है। इन उपायों को करने से मंगल दोष दूर होता है। आइए, उपाय जानते हैं-

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    कब लगता है मगल दोष ?

    ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली के प्रथम भाव, द्वितीय भाव, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव, अष्टम भाव और द्वादश भाव में मंगल के रहने पर जातक मांगलिक कहलाता है। वहीं, मंगल के साथ गुरु और शुक्र के रहने पर दोष का परिहार भी हो जाता है। अतः मंगल दोष का विचार सावधानी से करना चाहिए। इसके लिए आप प्रकांड पंडित या ज्योतिष की सलाह ले सकते हैं।

    उपाय

    • अगर आप मंगल दोष से पीड़ित हैं, तो हनुमान जन्मोत्सव पर विधि-विधान से भगवान श्रीराम के परम भक्त की पूजा करें। राम परिवार की पूजा करने से हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं। अतः हनुमान जन्मोत्सव पर राम परिवार संग हनुमान जी की पूजा करें। इस समय राम चालीसा, राम रक्षा स्तोत्र का पाठ करें। इस उपाय को करने से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है।
    • मंगल दोष से निजात पाने के लिए हनुमान जन्मोत्सव पर स्नान-ध्यान के बाद हनुमान जी की पूजा करें। इस समय कम से कम सात या ग्यारह बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। इस उपाय को करने से मंगल दोष का प्रभाव कम होता है। इस उपाय को आप हर मंगलवार के दिन भी कर सकते हैं।
    • मंगल दोष से पीड़ित जातक हनुमान जन्मोत्सव के दिन विधि-विधान से हनुमान जी की पूजा करें। इस समय लाल रंग के फल और फूल हनुमान जी को अर्पित करें। इसके पश्चात सुंदर कांड, बजरंग बाण और हनुमान चालीसा का पाठ करें।
    • हनुमान जी को सिंदूर अति प्रिय है। अतः हनुमान जन्मोत्सव पर पूजा के समय हनुमान जी को सिंदूर अवश्य ही अर्पित करें। इस समय मंगल स्तोत्र का पाठ करें। इस उपाय को करने से मंगल दोष दूर होता है।
    • मंगल दोष से निजात पाने के लिए हनुमान जन्मोत्सव पर लाल रंग के वस्त्र, मसूर दाल, मूंगफली, लाल रंग के फल, लाल रंग की मिठाई, गुड़, शहद आदि चीजों का दान पूजा समापन के बाद करें। मंगलवार के दिन इन चीजों के दान से मगंल दोष समाप्त होता है।

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    डिसक्लेमर-'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'