Guruwar Upay: गुरुवार को पूजा के समय करें ये आसान उपाय, धन से भर जाएगी तिजोरी
कुंडली में गुरु मजबूत होने से जातक को जीवन पर्यंत धन का अभाव नहीं होता है। वहीं कुंडली में गुरु कमजोर होने पर जातक को धन संबंधी परेशानी हमेशा बनी रहती है। अतः ज्योतिष कुंडली में गुरु मजबूत करने की सलाह देते हैं। इसके लिए गुरुवार के दिन भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा करें। महिलाएं गुरुवार का व्रत जरूर करें।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Guruvar Ke Upay: ज्योतिष शास्त्र में देवगुरु बृहस्पति धन के कारक माने जाते हैं। कुंडली में गुरु मजबूत होने से जातक को जीवन पर्यंत धन का अभाव नहीं होता है। वहीं, कुंडली में गुरु कमजोर होने पर जातक को धन संबंधी परेशानी हमेशा बनी रहती है। अतः ज्योतिष कुंडली में गुरु मजबूत करने की सलाह देते हैं। इसके लिए गुरुवार के दिन भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा करें। महिलाएं गुरुवार का व्रत जरूर करें। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही व्रती को मनचाहा वर मिलता है। अगर आप भी आर्थिक विषमता को दूर करना चाहते हैं, तो गुरुवार के दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय ये आसान उपाय जरूर करें। इन उपायों को करने से आय और सौभाग्य में अपार वृद्धि होती है।
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गुरुवार के उपाय
- अगर आप धन की समस्या को दूर करना चाहते हैं, तो गुरुवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद विधि-विधान से भगवान विष्णु एवं मां लक्ष्मी की पूजा करें। इस समय भगवान विष्णु को गांठ वाली सात हल्दी अर्पित करें। पूजा के पश्चात हल्दी को पीले वस्त्र में बांधकर तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से अवश्य ही लाभ मिलता है।
- गुरुवार के दिन प्रातः काल में उठें। गृह के सभी कार्य संपन्न होने के बाद गंगाजल युक्त पानी से स्नान करें। इस समय आचमन कर पीले रंग के वस्त्र धारण करें। अब हल्दी मिश्रित जल से केले के पौधे में जल का अर्घ्य दें। इस समय निम्न मंत्र का उच्चारण करें। इस मंत्र के जप से आर्थिक तंगी दूर होती है। साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
1. जीवश्चाङ्गिर-गोत्रतोत्तरमुखो दीर्घोत्तरा संस्थित:
पीतोश्वत्थ-समिद्ध-सिन्धुजनिश्चापो थ मीनाधिप:।
सूर्येन्दु-क्षितिज-प्रियो बुध-सितौ शत्रूसमाश्चापरे सप्ताङ्कद्विभव:
शुभ: सुरुगुरु: कुर्यात् सदा मङ्गलम्।।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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