Gupt Navratri 2025: आषाढ़ गुप्त नवरात्र में न करें ये गलतियां, वरना साधना हो जाएगी निष्फल
गुप्त नवरात्र की अवधि आदिशक्ति मां दुर्गा को समर्पित है। इस दौरान दस महाविद्याओं की पूजा-अर्चना की जाती है। यह पूजा मुख्य रूप से अघोरी व तांत्रिकों द्वारा गुप्त रूप से की जाती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस दौरान आपको किन गलतियों को नहीं करना चाहिए, वरना आप पूर्ण फल से वंचित रह सकते हैं।
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Ashadh Gupt Navratri 2025 (Picture Credit: Freepik) (AI Image)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। माघ माह की तरह की आषाढ़ माह में पड़ने वाली नवरात्र को गुप्त नवरात्र के रूप में जाना जाता है। आषाढ़ माह के शुक्ल की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत से लेकर नवमी तक, मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसे में इस साल आषाढ़ गुप्त नवरात्र की अवधि आषाढ़ 26 जून से 4 जुलाई तक रहने वाली है।
न करें ये गलतियां
देवी की उपासना करते समय साधक का तन और मन दोनों स्वच्छ होना आवश्यक है। ऐसे में गुप्त नवरात्र की पूजा के दौरान आपके वस्त्र एकदम स्वच्छ होने चाहिए। इसी के साथ ही पूजा में मन में भी किसी तरह के बुरे या नकारात्मक विचार भी न लाएं। इसके साथ-साथ पूजा स्थल की साफ-सफाई का भी पूरा ध्यान रखें। इन बातों की अनदेखी करने पर आपको मां दुर्गा की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
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इन चीजों से बनाएं दूरी
गुप्त नवरात्र की अवधि में साधक को में मांसाहार, शराब, लहसुन-प्याज जैसे तामसिक पदार्थों का सेवन छोड़ देना चाहिए। वरना इससे आराधना का पूरा फल प्राप्त नहीं होता। साथ ही इससे दवी मां भी रुष्ट हो सकती हैं, जिसके कारण आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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नहीं मिलेगा शुभ फल
गुप्त नवरात्र की अवधि में किसी प्रकार के क्रोध करना, झूठ बोलने या किसी का अपमान भी नहीं करना चाहिए। साथ ही इस अवधि में जुआ खेलना या इसी तरह के अनैतिक कार्यों से भी दूर रहना चाहिए। और न केवल गुप्त नवरात्र में बल्कि इस चीजों का अपने जीवन से ही त्याग कर देना चाहिए। इस कामों को करने से मां दुर्गा की साधना निष्फल हो सकती है, जिससे आपके जीवन में मुसीबतों का आगमन हो सकता है।
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