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Grahan Date 2024: साल 2024 में कब-कब लगेंगे ग्रहण? यहां नोट करें तारीख और सूतक का समय

Grahan Date 2024 ज्योतिषियों की मानें तो साल 2024 का पहला ग्रहण 25 मार्च को लगने वाला है। हालांकि भारत में यह दिखाई नहीं देगा। अतः भारत में सूतक मान्य नहीं होगा। इस दिन चंद्र ग्रहण 04 घंटे 36 मिनट का रहेगा। चंद्र ग्रहण का समय प्रातः काल 10 बजकर 24 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 01 मिनट तक है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarPublished: Mon, 04 Dec 2023 06:23 PM (IST)Updated: Mon, 04 Dec 2023 06:29 PM (IST)
Grahan Date 2024: साल 2024 में कब-कब लगेंगे ग्रहण? यहां नोट करें तारीख और सूतक का समय

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Grahan Date 2024: ज्योतिष शास्त्र में सूर्य एवं चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व है। इस दौरान शुभ कार्य और पूजा-पाठ करने की मनाही होती है। लापरवाही करने या बरतने से शारीरिक और मानसिक सेहत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। ज्योतिषियों की मानें तो ग्रहण के दौरान राहु का नकारात्मक प्रभाव पृथ्वी पर बढ़ जाता है। आइए, साल 2024 में लगने वाले सूर्य और चंद्र ग्रहण के बारे में जानते हैं-

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साल 2024 का पहला चंद्र ग्रहण

ज्योतिषियों की मानें तो साल 2024 का पहला ग्रहण 25 मार्च को लगेगा। हालांकि, भारत में यह दिखाई नहीं देगा। अतः भारत में सूतक मान्य नहीं होगा। इस दिन चंद्र ग्रहण 04 घंटे 36 मिनट का रहेगा। चंद्र ग्रहण का समय प्रातः काल 10 बजकर 24 मिनट से लेकर दोपहर 03 बजकर 01 मिनट तक है।

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साल 2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण

ज्योतिषियों की मानें तो साल 2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर को लगेगा। भारत में यह दिखाई नहीं देगा। अतः सूतक मान्य नहीं होगा। इस दिन चंद्र ग्रहण 04 घंटे 04 मिनट का रहेगा। चंद्र ग्रहण का समय प्रातः काल 06 बजकर 12 मिनट से लेकर 10 बजकर 17 मिनट तक है।

साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण

ज्योतिषियों की मानें तो साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण 08 अप्रैल को लगेगा। हालांकि, भारत में यह दिखाई नहीं देगा। अतः सूतक मान्य नहीं होगा। इसके बावजूद ग्रहण के दौरान शास्त्र नियमों का पालन करें।

साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण

ज्योतिषियों की मानें तो साल 2024 का दूसरा सूर्य ग्रहण 02 अक्टूबर को लगेगा। भारत में यह दिखाई नहीं देगा। इसके लिए सूतक मान्य नहीं होगा। हालांकि, ग्रहण के दौरान शास्त्र नियमों का पालन करें। सूर्य एवं चंद्र ग्रहण काल में जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु का ध्यान और मंत्र जाप करें। साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। इन मंत्रों के जाप से राहु की कुदृष्टि या नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है।

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डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/जयोतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेंगी।


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