Garuda Purana: व्यक्ति को अंतिम सांस लेने से पहले दिखती हैं ये चीजें, गरुड़ पुराण में मिलता है वर्णन
हिंदू धर्म में ऐसे कई ग्रंथ और पुराण हैं जिनका विशेष महत्व है। इनमें गरुड़ पुराण (Garuda Purana) भी शामिल है। इस पुराण (Garuda Purana Death Secret) में मृत्यु के बाद के जीवन में बारे में विस्तार से बताया गया है। इसमें जगत के पालनहार भगवान विष्णु और उनके वाहन गरुड़ देव बीच वार्ता का भी उल्लेख देखने देखो मिलता है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली।Garuda Purana katha: हिंदू धर्म के अठारह महापुराण हैं। इनमें गरुड़ पुराण भी शामिल है। इसमें 19 हजार श्लोक हैं और 2 भाग हैं। गरुड़ पुराण जगत के पालनहार भगवान विष्णु को समर्पित है। इसी वजह से इसे महापुराण का दर्जा दिया गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गरुड़ पुराण (Garuda Purana) का पाठ करने से मृतक को मोक्ष की प्राप्ति होती है और मृतक के परिवार के सदस्यों को आध्यात्मिक शांति मिलती है। साथ ही आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। गरुड़ पुराण में व्यक्ति की मृत्यु से पहले मिलने वाले संकेतों के बारे में बताया गया है। ऐसे में चलिए आपको इस आर्टिकल में बताएंगे कि मृत्यु (Garuda Purana Death Secret) से कुछ समय पहले कौन-सी चीजें दिखाई देती हैं।
पितरों के दर्शन
गरुड़ पुराण में इस बात का उल्लेख किया गया है कि व्यक्ति को मृत्यु से पहले पितृ दिखाई देते हैं। माना जाता है कि पितरों को देखने से व्यक्ति की मृत्यु नजदीक होती है।
परछाई का न दिखाई देना
गरुड़ पुराण के अनुसार, अंतिम समय से पहले कई लोगों को अशुभ संकेत दिखाई देते हैं। व्यक्ति को मृत्यु से पहले पानी, तेल, घी और शीशे में अपनी परछाई दिखाई नहीं देती है। माना जाता है कि इस तरह के संकेत मिलने पर व्यक्ति का अंतिम समय नजदीक होता है।
रहस्यमयी दरवाजा
इसके अलावा जब व्यक्ति अंतिम सांस ले रहा होता है, तो उसे रहस्यमयी दरवाजा दिखाई देता है। गरुड़ पुराण के अनुसार, रहस्यमयी दरवाजे से सफेद रोशनी की तेज किरणें दिखाई देती हैं। इस तरह का संकेत दिखाई देने से मृत्यु के नजदीक आने के संकेत मिलते हैं।
यह भी पढ़ें: श्मशान घाट में पीछे मुड़कर क्यों नहीं देखा जाता, Garud Puran में बताया गया है कारण
यमदूत का दिखना
गरुड़ पुराण की मानें तो मृत्यु से कुछ समय से पहले व्यक्ति को यमदूत भी दिखाई देते हैं। ऐसा माना जाता है कि यमदूत देखने से व्यक्ति की कुछ ही सांसें बचीं हैं।
कब किया जाता है गरुड़ पुराण पाठ?
किसी की मृत्यु के बाद गरुड़ पुराण पाठ किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि मृतक इंसान की आत्मा पूरे 13 दिनों तक घर में रहती है। इसी वजह से गरुड़ पुराण पाठ करने का विधान है। ऐसा करने से मृतक को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
गरुड़ पुराण के पाठ के नियम
- गरुड़ पुराण का पाठ करते समय विशेष बातों का ध्यान रखना बेहद आवश्यक होता है।
- इसका पाठ विधिपूर्वक और सच्चे मन से करना चाहिए।
- गरुड़ पुराण को घर में भूलकर भी नहीं रखना चाहिए।
- इसके पाठ के लिए साफ कपड़े पहनने चाहिए।
- पाठ करते समय किसी के बारे में गलत न सोचे।
यह भी पढ़ें: Garud Puran: इन कर्मों से व्यक्ति का यमलोक में होता है भव्य स्वागत, गरुड़ पुराण किया गया है वर्णन
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।