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    Rang Panchami 2024: रंग पंचमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान शिव का अभिषेक, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Fri, 29 Mar 2024 05:26 PM (IST)

    ज्योतिषियों की मानें तो रंग पंचमी पर रवि योग और सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। रवि योग दिन भर है। वहीं सिद्धि योग देर रात 10 बजकर 47 मिनट तक है। इस दिन सबसे शुभ मुहूर्त शिव वास का है। आसान शब्दों में कहें तो रंग पंचमी तिथि पर भगवान शिव नंदी पर संध्याकाल 09 बजकर 13 मिनट तक विराजमान रहेंगे।

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    रंग पंचमी पर इस शुभ मुहूर्त में करें भगवान शिव का अभिषेक

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Rang Panchami 2024: रंग पंचमी का पर्व देश भर में हर वर्ष चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष 30 मार्च को रंग पंचमी है। धार्मिक मान्यता है कि रंग पंचमी तिथि पर देवी-देवता धरती पर रंगोत्सव मनाने आते हैं। इस वर्ष रंग पंचमी पर सिद्धि योग समेत कई शुभ संयोग बन रहे हैं। इन योग में भगवान शिव की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होती है। अगर आप भी देवों के देव महादेव एवं माता पार्वती की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो रंग पंचमी के दिन विधि-विधान से भगवान शिव का जलाभिषेक एवं पूजा करें। आइए, जलाभिषेक हेतु शुभ मुहूर्त जानते हैं-

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    शुभ मुहूर्त

    ज्योतिषियों की मानें तो रंग पंचमी पर रवि योग और सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। रवि योग दिन भर है। वहीं, सिद्धि योग देर रात 10 बजकर 47 मिनट तक है। इस दिन सबसे शुभ मुहूर्त शिव वास का है। आसान शब्दों में कहें तो रंग पंचमी तिथि पर भगवान शिव नंदी पर संध्याकाल 09 बजकर 13 मिनट तक विराजमान रहेंगे। शिव पुराण में वर्णित है कि नंदी पर सवार रहने के दौरान भगवान शिव का अभिषेक करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही सुख, सौभाग्य और आय में वृद्धि होती है। अगर आप भी जीवन में व्याप्त दुख और संकट से निजात पाना चाहते हैं, तो प्रातः बेला में स्नान ध्यान करने के बाद विधि-विधान से भगवान शिव का जलाभिषेक या रुद्राभिषेक करें।

    कैसे करें अभिषेक ?

    सनातन शास्त्रों में निहित है कि भगवान शिव महज जलाभिषेक से प्रसन्न हो जाते हैं। अतः आप गंगाजल, सामान्य जल, कच्चे दूध, पंचामृत आदि चीजों से भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं। इसके अलावा, गाय के दूध से निर्मित शुद्ध घी और शहद से भी भगवान शिव का अभिषेक कर सकते हैं।

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    डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'