Dhanteras 2024: धनतेरस पर क्यों खरीदा जाता है सूखा धनिया और नमक, ये उपाय आपको बनाएंगे धनवान
धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना तो शुभ होता ही है। साथ ही इस दिन पर सूखा या खड़ा धनिया और नमक जैसी सामान्य चीजों को खरीदना भी काफी शुभ माना गया है। इस दिन सूखे धनिए में गुड़ के साथ मिलकर नैवेद्य भी तैयार किया जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि धनतेरस पर ये चीजें खरीदने पर आपको क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। धनतेरस से ही दीपावली का पर्व शुरू हो जाता है। यह पर्व कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाया जाता है, क्योंकि मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि पर भगवान धन्वंतरि का जन्म हुआ था। ऐसे में इस साल धनतेरस का पर्व मंगलवार, 29 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर के साथ-साथ यमराज की भी पूजा का विधान है।
मिलेगी कृपा अपार
धनतेरस पर नई चीजें खरीदने का विशेष महत्व माना गया है, जिनमें से एक धनिया भी है। ऐसा माना जाता है कि धनिया माता लक्ष्मी को बहुत प्रिय है। ऐसे में यदि आप धनतेरस के दिन सूखा धनिया खरीदकर इसे माता लक्ष्मी के चरणों में अर्पित करते हैं, तो इससे आपके लिए धन लाभ के योग बनने लगते हैं।
कर सकते हैं ये काम
धनतेरस पर मां लक्ष्मी को धनिया अर्पित करने के बाद इसे अगले दिन अपने धन के स्थान या तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आपके ऊपर बनी रहती है। इसी के साथ पूजा में अर्पित थोड़ा-सा धनिया लेकर उसे मिट्टी में दबा दें। ऐसा करने से साधक के लिए सुख-समृद्धि के योग बनने लगते हैं।
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इसलिए खरीदा जाता है नमक
धनतेरस के दिन नमक खरीदना काफी शुभ माना जाता है। इससे सुख-समृद्धि के योग बनने लगते हैं और घर से नकारात्मक ऊर्जा भी दूर बनी रहती है। इसके लिए आपको धनतेरस के दिन पिसा हुआ सेंधा नमक लेकर उसे एक लाल कपड़े में बांधकर मुख्य द्वार पर पूर्व दिशा की ओर बांध देना चाहिए। इस उपाय को करने से घर में नकारात्मक शक्तियों का प्रवेश नहीं होता।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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