Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Masik Shivratri 2024 Date: कब है साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि? नोट कर लें शुभ मुहूर्त एवं योग

    धार्मिक मत है कि मासिक शिवरात्रि (Paush Masik Shivratri 2024 Date) पर देवों के देव महादेव की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस शुभ अवसर शिव मंदिरों में देवों के देव महादेव की विशेष पूजा की जाती है।

    By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Thu, 12 Dec 2024 04:06 PM (IST)
    Hero Image
    Masik Shivratri 2024 Date: मासिक शिवरात्रि का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। यह दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। साधक मासिक शिवरात्रि पर अपनी सुविधा के अनुसार भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। ज्योतिष अविवाहित लड़कियों को शीघ्र विवाह के लिए मासिक शिवरात्रि (Masik Shivratri 2024) पर भगवान शिव की पूजा करने की सलाह देते हैं। आइए, साल की आखिरी मासिक शिवरात्रि की तिथि, शुभ मुहूर्त एवं योग जानते हैं-

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह भी पढ़ें: मासिक शिवरात्रि पर ऐसे करें महादेव की पूजा, वैवाहिक जीवन होगा खुशहाल

    मासिक शिवरात्रि शुभ मुहूर्त (Masik Shivratri Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 29 दिसंबर को देर रात 03 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगी और अगले दिन 30 दिसंबर को सुबह 04 बजकर 01 मिनट पर समाप्त होगी। मासिक शिवरात्रि पर निशा काल में शिव-शक्ति की पूजा होती है। अतः 29 दिसंबर को पौष माह की शिवरात्रि मनाई जाएगी।

    मासिक शिवरात्रि शुभ योग (Masik Shivratri Shubh Yog )

    मासिक शिवरात्रि पर वृद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण 29 दिसंबर को रात 09 बजकर 42 मिनट से हो रहा है। पौष माह की मासिक शिवरात्रि पर ज्येष्ठा नक्षत्र का संयोग बन रहा है। इन योग में देवों के देव महादेव संग मां पार्वती की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होगी।

    पंचांग

    सूर्योदय - सुबह 07 बजकर 13 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 34 मिनट पर

    ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 24 मिनट से 06 बजकर 18 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 07 मिनट से 02 बजकर 48 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 31 मिनट से 05 बजकर 58 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 51 मिनट तक

    यह भी पढ़ें: शादी में हो रही है देरी, तो मासिक शिवरात्रि पर करें ये उपाय, जल्द बजेगी शहनाई

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।