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    Kalashtami 2024: काल भैरव देव की पूजा के समय करें इन मंत्रों का जप, दूर हो जाएंगे सभी दुख एवं संकट

    By Pravin KumarEdited By: Pravin Kumar
    Updated: Thu, 21 Nov 2024 03:57 PM (IST)

    धार्मिक मत है कि भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव देव (Kaal Bhairav Jayanti 2024) की कठिन साधना करने से व्रती की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही जीवन में खुशियों का आगमन होता है। तंत्र सीखने वाले साधक काल भैरव जयंती पर कठिन साधना करते हैं। काल भैरव जयंती पर इंद्र योग का निर्माण हो रहा है।

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    Kalashtami 2024: काल भैरव देव को कैसे प्रसन्न करें?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, 22 नवंबर को काल भैरव जयंती, मासिक कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी है। काल भैरव जयंती का पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि चिर काल में मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव देव का अवतरण हुआ था। अतः मार्गशीर्ष माह में काल भैरव जयंती मनाई जाती है। धार्मिक मत है कि काल भैरव देव की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। अतः साधक श्रद्धा भाव से काल भैरव देव (Kaal Bhairav Jayanti Importance) की पूजा करते हैं। अगर आप भी काल भैरव देव की कृपा पाना चाहते हैं, तो कालाष्टमी पर पूजा के समय इन मंत्रों का जप अवश्य करें।

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    कालाष्टमी शुभ मुहूर्त (Kalashtami Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 22 नवंबर को संध्याकाल 06 बजकर 07 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, अष्टमी तिथि का समापन 23 नवंबर को संध्याकाल 07 बजकर 56 मिनट पर होगा। अत: 22 नवंबर को काल भैरव जयंती मनाई जाएगी। इस शुभ अवसर पर काल भैरव देव की पूजा की जाएगी।

    राशि अनुसार मंत्र जप

    • मेष राशि के जातक काल भैरव जयंती पर पूजा के समय 'ॐ ह्रीं भैरवाय नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
    • वृषभ राशि के जातक भगवान शिव की पूजा करने के समय 'ॐ ह्रीं क्षत्रियाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • मिथुन राशि के जातक काल भैरव देव को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ ह्रीं सिद्धाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • कर्क राशि के जातक भगवान शिव की कृपा पाने के लिए 'ॐ ह्रीं सिद्धिदाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • सिंह राशि के जातक मासिक कालाष्टमी के दिन पूजा के दौरान 'ॐ ह्रीं कवये नम:' मंत्र का जप करें।
    • कन्या राशि के जातक काल भैरव देव की कृपा पाने के लिए 'ॐ ह्रीं त्रिनेत्राय नम:' मंत्र का जप करें।
    • तुला राशि के जातक कालाष्टमी के दिन पूजन के समय 'ॐ ह्रीं क्षेत्रज्ञाय नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
    • वृश्चिक राशि के जातक भगवान शिव की कृपा पाने के लिए 'ॐ ह्रीं भूतपाय नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
    • धनु राशि के जातक मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए 'ॐ ह्रीं धनदाय नम:' मंत्र का एक माला जप करें।
    • मकर राशि के जातक संकट दूर करने के लिए 'ॐ ह्रीं अनंताय नम:' मंत्र का जप करें।
    • कुंभ राशि के जातक भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ ह्रीं त्रिलोचननाय नम:' मंत्र का जप करें।
    • मीन राशि के जातक कालाष्टमी के दिन शिवजी की पूजा के समय 'ॐ ह्रीं शांताय नम:' मंत्र का जप करें।

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।