Ganesh Mantra: रोजाना करें गणेश जी के इन 3 मंत्रों का जाप, चंद दिनों में बदल जाएगी फूटी किस्मत
Ganesh Mantra धार्मिक मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से गणपति जी की पूजा-उपासना करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं गणेशजी की कृपा से पूर्ण होती हैं। साथ ही जीवन में सुख समृद्धि और धन का आगमन होता है।

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Ganesh Ji Ke Upay: सनातन धर्म में बुधवार का दिन देवों के देव महादेव के पुत्र भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस दिन भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा-अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यता है कि जो भक्त सच्चे मन से गणपति जी की पूजा-उपासना करता है। उसकी सभी मनोकामनाएं गणेशजी की कृपा से पूर्ण होती हैं। साथ ही जीवन में सुख, समृद्धि और धन का आगमन होता है। गणेश जी को विघ्नहर्ता भी कहा जाता है। अतः गणेश जी की भक्ति करने से व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी कष्टों का नाश होता है। बुधवार के दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण की भी पूजा करने का विधान है। सनातन शास्त्रों में भगवान गणेश को प्रसन्न करने के कई उपाय बताए गए हैं। अगर आप भी अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करना चाहते हैं, तो प्रतिदिन भगवान गणेश की पूजा करें। साथ ही पूजा के समय इन 3 मंत्रों का जाप अवश्य करें। इन मंत्रों के जाप से व्यक्ति की किस्मत चंद दिनों में बदल जाती है। आइए जानते हैं-
1. गणेश गायत्री मंत्र
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।
- अगर आपको किसी विशेष कार्य में बहुत दिनों से सफलता नहीं प्राप्त हो रही है, तो कार्य को शुरू करने से पहले गणेश गायत्री मंत्र का 108 बार जप कर लें। आपके बिगड़े काम अवश्य बन जाएंगे। साथ ही विशेष कार्य में भी सिद्धि प्राप्त होगी। अगर पर्याप्त समय है, तो रोजाना इस मंत्र का जप करें।
2. नौकरी हेतु मंत्र
ॐ श्रीं गं सौभ्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।
- अगर करियर में बाधा आ रही है या आपको मनचाही नौकरी नहीं मिल रही है, तो रोजाना इस मंत्र का कम से कम 21 बार जप करें। साथ ही बुधवार के दिन गणेशजी के निमित्त व्रत करें। इस मंत्र के जप से जातक को शीघ्र मनचाही नौकरी मिलती है।
3.गणपति मंत्र
ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति. करो दूर क्लेश।।
- अगर आप आर्थिक तंगी और पारिवारिक क्लेश से परेशान हैं, तो बुधवार के दिन स्नान-ध्यान के बाद इस मंत्र का 108 बार जप करें। बुधवार से इस मंत्र का जप शुरू करें। इसके पश्चात रोजाना पूजा के समय एक माला जप करें। इस मंत्र के जप से घर में सुख और समृद्धि आती है।
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