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    Chandra Grahan 2025: चंद्र ग्रहण के दिन क्या रहेगा सूतक का समय, जरूर रखें इन बातों का ध्यान

    Updated: Fri, 05 Sep 2025 12:01 PM (IST)

    साल 2025 का दूसरा चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan 2025 Date) भाद्रपद पूर्णिमा यानी रविवार 7 सितंबर को को लगने जा रहा है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस दिन सूतक का समय क्या रहेगा। साथ ही जानते हैं कि चंद्र ग्रहण के दौरान आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

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    Chandra Grahan 2025 चंद्र ग्रहण के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। न केवल वैज्ञानिक, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2025) एक महत्वपूर्ण घटना है। इसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर भ पड़ता है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि आपको चंद्र ग्रहण के दौरान किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है।

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    चंद्र ग्रहण और सूतक का समय (Chandra Grahan Sutak time)

    साल के दूसरे चंद्र ग्रहण का प्रारम्भ 7 सितंबर को रात 9 बजकर 58 मिनट पर हो रहा है। वहीं चंद्र ग्रहण का समापन 8 सितंबर को देर रात 01 बजकर 26 मिनट पर होगा। यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होने वाला है। यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दर्शनीय होगा, इसलिए सूतक काल भी मान्य होगा। इस दिन पर सूतक का समय कुछ इस प्रकार रहने वाला है -

    • सूतक काल प्रारंभ - 7 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर
    • सूतक काल समाप्त - 8 सितंबर को देर रात 01 बजकर 26 मिनट तक

    नहीं किए जाते ये कार्य

    चंद्र ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना या फिर देवी-देवताओं की मूर्ति को स्पर्श करने से बचना चाहिए। इस अवधि में भोजन करने या फिर सोने से भी बचना चाहिए, क्योंकि इससे जीवन में नकारात्मकता बढ़ सकती है।

    इसी के साथ चंद्र ग्रहण के दौरान कहीं बाहर न जाएं, खासकर सूनसान या नकारात्मक स्थान पर। सूतक काल में तुलसी के पत्ते तोड़ने की भी मनाही होती है। इस अवधि में किसी भी तरह के मांगलिक या शुभ कार्य भी नहीं किए जाते।

    इन बातों का रखें ध्यान

    चंद्र ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए आप खाने में व अन्य पवित्र चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रख सकते हैं। चंद्र ग्रहण के नियमों का सबसे ज्यादा ध्यान गर्भवती महिलाओं को रखना चाहिए। चंद्र ग्रहण को कभी भी नग्न आंखों से न देखें और न ही इस दौरान किसी भी तरह की नुकीली चीज का इस्तेमाल करें। इस दौरान आपको चंद्र देव के बीज मंत्र का जप करने से विशेष लाभ मिल सकता है, जो इस प्रकार है -

    "ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः" 

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

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