Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार इन आदतों से करें अपना बचाव, वरना कर बैठेंगे खुद का ही नुकसान
चाणक्य नीति में जीवन को सफल बनाने के लिए कई सुझाव दिए हैं। उन्होंने कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताया है जिनसे व्यक्ति को दूर रहना चाहिए, अन्यथा वे अपना ...और पढ़ें

Chanakya Niti tips in hindi
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। चाणक्य नीति में व्यक्ति की कुछ ऐसी आदते हैं बताई गई हैं, जो उसका नुकसान कर सकती हैं। ऐसे में जितनी जल्दी हो सके, इन आदतों को बदल देना चाहिए। अगर आप चाणक्य (Chanakya Niti tips) की इन बातों को अपने जीवन में अपनाते हैं, तो इससे आपको जीवन में सफलता और सम्मान मिलता है। चलिए जानते हैं इस बारे में।
ल्द-से-जल्द सुधारें ये आदत
यो ध्रुवाणि परित्यज्य अध्रुवं परिषेवते ।
ध्रुवाणि तस्य नश्यन्ति अध्रुवं नष्टमेव हि ।।
यह श्लोक चाणक्य नीति से है, जिसमें यह कहा गया है कि जो व्यक्ति निश्चित या स्थिर वस्तु को छोड़कर अनिश्चित या अस्थिर वस्तु के पीछे भागता है, उसका निश्चित तो नष्ट होता ही है साथ ही अनिश्चित भी नष्ट हो जाता है। ऐसे में व्यक्ति को अपनी इस आदत को जल्द-से-जल्द सुधार लेना चाहिए।

(AI Generated Image)
सीधेपन का लोग उठाते हैं फायदा
नात्यन्तं सरलैर्भाव्यं गत्वा पश्य वनस्थलीम्।
छिद्यन्ते सरलास्तत्र कुब्जास्तिष्ठन्ति पादपाः॥
चाणक्य नीति के इस श्लोक में कहा गया है कि मनुष्य को बहुत ज्यादा भी सरल और सीधा नहीं होना चाहिए। इसका उदाहरण देते हुए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जंगल सबसे सीधे वृक्षों को ही सबसे पहले काटा जाता है। ठीक उसी तरह जो व्यक्ति सीधा होता है, चालाक लोग उसका सबसे पहले फायदा उठाते हैं।

(Picture Credit: Freepik) (AI Image)
तुरंत बदल दें ये आदत
आपदार्थे धनं रक्षेच्छ्रीमतां कुत आपदः ।
कदाचिच्चलते लक्ष्मीसंचितोऽपिविनश्यति ।।
आचार्य चाणक्य ने इस श्लोक में कहा है कि भविष्य में आने वाली मुसीबतो के लिए व्यक्ति को धन एकत्रित करना चाहिए, लेकिन यह न सोचें कि धनवान व्यक्ति को मुसीबतों का सामना नहीं करना पड़ता। चाणक्य का कहना है कि जब धन साथ छोड़ता है, तो संगठित धन भी तेजी से घटने लगता है। ऐसे में अगर आपकी धन खर्च करने की आदत है, तो इसे तुरंत बदल देना चाहिए।
यह भी पढ़ें - Chanakya Niti: जरूरी फैसले लेने से लगता है डर, तो आपके काम आएंगी चाणक्य नीति की ये टिप्स
यह भी पढ़ें - Chanakya Niti: इन आदतों की वजह से घर में नहीं रहता मां लक्ष्मी का वास, पढ़ें ये चाणक्य नीति
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।