Chanakya Niti: किन घरों में कभी नहीं आती खुशहाली, चाणक्य ने बताई ये बातें
आचार्य चाणक्य ने अपने नीतिशास्त्र में उन्होंने जीवन के कई पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है। अगर आप चाणक्य नीति को अपने जीवन में अपनाते हैं तो इससे आपको काफी मदद मिल सकती है। ऐसे में आज हम आपको चाणक्य नीति (chanakya niti tips) के अनुसार बताने जा रहे हैं कि किन परिवारों में सुख-समृद्धि की कमी बनी रहती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्राचीन विद्वानों में आचार्य चाणक्य का नाम जरूर लिया जाता है। आज भी लोग जीवन को सफल बनाने के लिए इनकी बताई नीति का अनुसरण करते हैं। आचार्य चाणक्य अर्थशास्त्र और नीतिशास्त्र का जनक कहे जाते हैं। ऐसे में आचार्य चाणक्य ने कुछ ऐसे घर-परिवार के बारे में बताया है, जिसमें से कुछ वीरान से प्रतीत होते हैं, तो कुछ घरों में कभी खुशहाली नहीं आती।
यहां जाने से बचें
आचार्य चाणक्य का कहना है कि जिस घर के सदस्यों को कानून और लोक-लाज का कोई डर न हो, वह घर भी किसी जंगल से कम नहीं है। ऐसे घर के लोगों पर हमेशा कोई-न-कोई मुसीबत बनी रहती है। ऐसे में चाणक्य जी के अनुसार, व्यक्ति को ऐसे घर में जाने से बचना चाहिए, वरना आपके ऊपर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
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कभी नहीं आती खुशहाली
आचार्य चाणक्य के अनुसार, जिस घर में गलत तरीके से पैसा कमाया जाता है, वहां भी परिवार के लोगों को हमेशा किसी-न-किसी तरह की समस्या बनी रहती है। हालांकि अच्छा पैसा कमाने के बाद भी यह लोग जीवन में उन्नति नहीं कर पाते और न ही ऐसे घर में कभी खुशहाली आती है। ऐसे में अगर आप अपने जीवन में खुशहाली चाहते हैं, तो इस बात का ध्यान जरूर रखें।
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वीरान-सा लगता है ऐसा घर
आचार्य चाणक्य का कहना है कि जिस घर में माता नहीं होती, वह घर जंगल के समान हो जाता है। चाणक्य जी की इस बात के कई प्रमाण भी आसपास देखने को मिल जाते हैं। जीवन में माता-पिता दोनों ही अहम भूमिका निभाते हैं। लेकिन अगर किसी घर में माता नहीं होती, तो वह जगह वीरान और उदास-सी लगती है।
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