Chaitra Navratri 2025: माता की चौकी वास्तु अनुसार करें स्थापित, मिलेगा पूजा का पूरा फूल
सनातन धर्म में चैत्र नवरात्र का व्रत बहुत पावन और खास माना गया है। यह दुर्गा माता के नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है। कहते हैं कि जो साधक भावपूर्ण देवी की आराधना (Chaitra Navratri 2025) करते हैं उन्हें माता रानी का आशीर्वाद सदैव के लिए मिलता है तो चलिए यहां जानते हैं कि माता की चौकी (Navratri Vastu Tips) किस दिशा में रखनी चाहिए?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर साल चैत्र नवरात्र का पर्व भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस अवधि में नौ दिनों तक कठिन व्रत किया जाता है। यह पर्व पूर्ण रूप से मां दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसा कहते हैं कि इस दौरान देवी दुर्गा की पूजा करने से सभी दुखों से मुक्ति मिलती है। साथ ही माता रानी की कृपा हमेशा के लिए मिलती है। यह नौ दिवसीय त्योहार हिंदू चंद्र वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, जिस वजह से इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है। बता दें, इस साल चैत्र नवरात्र की शुरुआत 29 मार्च से हो रही है।
इस दिशा में स्थापित करें मां दुर्गा की चौकी (Mata Ki Chowki Right Direction)
चैत्र नवरात्र की शुरुआत जल्द होने वाली है, जिसके चलते लोग इससे जुड़ी जानकारी इक्ट्ठा करने में लग गए हैं। नवरात्र पूजा अनुष्ठान के दौरान लोगों के मन में ये सवाल अक्सर आता है कि माता की चौकी (Vastu tips for Mata Ki Chowki) किस दिशा में स्थापित करें? तो इसका जवाब है कि माता की तस्वीर और चौकी हमेशा ईशान कोण व उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करनी चाहिए। वास्तु के अनुसार, ये दिशा देवता की मानी जाती है और इस दिशा में पूजा-पाठ करने से अक्षय फलों की प्राप्ति होती है।
इसके साथ ही यह पूजा के लिए सबसे उत्तम दिशा मानी जाती है। ऐसे में अगर आप भी घर पर माता की चौकी लाने वाले हैं, तो उसे स्थापित करने के लिए इसी दिशा का चुनाव करें।
चैत्र नवरात्र 2025 शुभ मुहूर्त (Chaitra Navratri 2025 Subh Muhurat)
हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 29 मार्च को शाम 04 बजकर 27 मिनट पर हो रही है। इसके साथ ही इस तिथि का समापन 30 मार्च को दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, इस साल चैत्र नवरात्र का पर्व 30 मार्च, 2025 से शुरू होगा और इसका समापन 07 अप्रैल, 2025 को होगा।
जानकारी के लिए बता दें, इस बार देवी हाथी पर विराजमान होकर आ रही हैं, जिस वजह से इस बार का नवरात्र बहुत पावन माना जा रहा है।
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