Buddha Purnima 2025: कभी नहीं सताएगी कोई चिंता, बस जीवन में उतारे भगवान बुद्ध के ये विचार
भगवान गौतम बुद्ध ने अपने जीवन में मानव मात्र के उद्धार के लिए किए विचार दिए थे जिनका अनुसरण आज भी किया जाता है। ऐसे में आप गौतम बुद्ध द्वारा दिए गए विचारों (Gautam Buddha Ke Vichar) को जीवन में उतारते हैं तो यह आपको मानसिक शांति प्रदान करने में मदद कर सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima 2025) हिंदू और बौद्ध धर्म दोनों में ही बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह दिन मुख्य रूप से भगवान गौतम बुद्ध को समर्पित है, जिनके प्रचार-प्रसार के कारण ही बौद्ध धर्म की नीव पड़ी। हर साल वैशाख पूर्णिमा पर बुद्ध पूर्णिमा मनाई जाती है, जो न केवल उनके जन्म से संबंधित है, बल्कि भगवान गौतम बुद्ध ने ज्ञान की प्राप्ति और महापरिनिर्वाण (प्राणों का त्याग) भी इसी तिथि पर किए थे।
गौतम बुद्ध व्यक्ति को सदैव अहिंसा के रास्ते पर चलने और प्रत्येक जीव के प्रति करुणा भाव रखने की शिक्षा दी देते हैं। उनके इन अनमोल विचारों की प्रासंगिकता आज भी बनी हुई है। ऐसे में जानते हैं गौतम बुद्ध के कुछ अनमोल विचार, जो आपके जीवन की में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।
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गौतम बुद्ध के अनमोल विचार
- भगवान गौतम बुद्ध ने कहा है कि मन को शांत करने के लिए सबसे पहले व्यक्ति को अपने तन पर काम करना चाहिए, जिसमें कर्मेन्द्रियां और ज्ञानेंद्रियां शामिल हैं। कर्मेंद्रियां कर्म से जुड़ी होती हैं, वहीं, ज्ञानेंद्रियों का संबंध ज्ञान से होता है। व्यक्ति को हर काम पूरे आनंद के साथ करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति प्रसन्न चित्त औप शांत रहता है।
- जो बीत चुका है, उसे लेकर चिंता नहीं करनी चाहिए और न ही भविष्य के बारे में सपने देखकर उसमें उलझना चाहिए। क्योंकि यह भी आपकी चिंता के कारण बन सकते हैं।
- भगवान गौतम बुद्ध का कहना है कि जीवन में हजारों लड़ाइयां जीतने से बेहतर है कि व्यक्ति स्वयं पर जीत हासिल करे।
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- इंसान जैसा सोचता है, वैसा ही बन जाता है। इसलिए व्यक्ति को हमेशा सकारात्मक सोच रखनी चाहिए।
- अच्छी किताबें पढ़ने और प्रवचन सुनने का फायदा तब तक नहीं है जब तक आप उसे अपने जीवन में न उतारें।
- दूसरों पर निर्भर रहना व्यक्ति को कमजोर बनाता है। कभी भी इस बात को सोच कर डरना नहीं चाहिए कि अपने प्रियजनों के बिना हमारा क्या होगा, क्योंकि जीवन कभी किसी के लिए नहीं रुकता। इसलिए आपको जीवन में डर को त्यागना होगा, तभी आप मानसिक शांति अनुभव कर पाएंगे।
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