Brahma Muhurat: ब्रह्म मुहूर्त के समय जरूर करें ये 5 काम, पूरा दिन रहेगा अच्छा
Brahma Muhurta शास्त्रों में ब्रह्म मुहूर्त को परमात्मा का समय भी कहा गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि ब्रह्म मुहूर्त में साधना ध्यान आदि करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं ब्रह्म मुहूर्त का महत्व।

नई दिल्ली, अध्यात्मिक डेस्क | Brahma Muhurta Ka Mahatva: हिंदू धर्म में मुहूर्त का विशेष महत्व है। इसमें भी ब्रह्म मुहूर्त को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि ब्रह्म का अर्थ होता है परमात्मा और मुहूर्त का अर्थ समय। अर्थात ब्रह्म मुहूर्त को परमात्मा का समय बताया जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि ब्रह्म मुहूर्त कल के समय सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह अपने चरम पर होता है और इस दौरान पृथ्वी पर देवी-देवता आते हैं। इसलिए इस दौरान पूजा पाठ करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। आइए जानते हैं, किस समय होता है ब्रह्म मुहूर्त और उसे दौरान व्यक्ति को क्या-क्या करना चाहिए।
कब होता है ब्रह्म मुहूर्त?
जब रात्रि का अंधकार छटने वाला होता है और सूर्य उदित होने वाले होते हैं, इस बीच के समय को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है। यह समय सुबह करीब 4:00 बजे से 5:30 बजे के बीच तक रहता है। शास्त्रों में बताया गया है कि ब्रह्म मुहूर्त के समय व्यक्ति को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए।
ब्रह्म मुहूर्त में क्या करना चाहिए
-
शास्त्रों के अनुसार, ब्रह्म मुहूर्त के समय भूलकर भी भोजन नहीं करना चाहिए। ऐसा करना स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अच्छा नहीं माना जाता है। ऐसा करने से कई प्रकार के रोग शरीर को घेर लेते हैं।
ब्रह्म मुहूर्त ऐसा समय होता है, जब वातावरण पूर्ण रूप से शांत होता है। ऐसे में इस दौरान व्यक्ति को ध्यान, योग या महत्वपूर्ण निर्णय लेने सहायता मिलती है।
ब्रह्म मुहूर्त के समय मन में नकारात्मक भावना को नहीं लाना चाहिए। इससे मानसिक तनाव उत्पन्न होता है।
ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि करने के बाद पूजा इत्यादि कर्म करने चाहिए। ऐसा करने से देवी देवता प्रसन्न होते हैं और जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
छात्रों के लिए भी ब्रह्म मुहूर्त को बहुत ही उपयोगी माना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दौरान पढ़ाई करने से चीज लंबे समय तक याद रहती है।
डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है, विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।