Bhadra Vishti karana 2025: फरवरी महीने में इन तिथियों पर भूलकर न करें शुभ काम, हो सकती है परेशानी
पंडित हर्षित शर्मा जी की मानें तो फरवरी महीने में आत्मा के कारक सूर्य देव राशि परिवर्तन करेंगे। इस महीने में बुध देव और चंद्र देव भी राशि परिवर्तन करेंगे। आत्मा के कारक सूर्य देव कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इसके साथ ही बुध देव भी कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इस महीने में कई तिथियों पर भद्रा विष्टि करण (Bhadra Vishti karana) का योग है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। फरवरी का महीना कई राशि के जातकों के लिए शुभ रहने वाला है। इस महीने में कई ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे। इन ग्रहों के राशि परिवर्तन से कई राशि के जातकों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही फरवरी महीने में वसंत पंचमी, रथ सप्तमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि जैसे प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाएंगे।
आत्मा के कारक सूर्य देव 12 फरवरी को राशि परिवर्तन करेंगे। इस दिन सूर्य देव कुंभ राशि में गोचर करेंगे। 12 फरवरी को ही माघ पूर्णिमा मनाई जाएगी। सूर्य देव के राशि परिवर्तन करने की तिथि पर संक्रांति मनाई जाएगी। पंडित हर्षित शर्मा जी की मानें तो फरवरी महीने में कई तिथियों पर भद्रा का साया है। अतः इन तिथियों पर कोई शुभ कार्य न करें। भद्रा विष्टि करण (Bhadra Vishti Karana) के दिन शुभ कार्य करने की मनाही है। आइए, फरवरी महीने में भद्रा विष्टि करण की तिथियां और समय जानते हैं।
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भद्रा विष्टि करण फरवरी 2025
- शनिवार 01 फरवरी को रात 10 बजकर 30 मिनट से रविवार 02 फरवरी को सुबह 09 बजकर 12 मिनट तक भद्रा का साया है।
- बुधवार 05 फरवरी को देर रात 02 बजकर 29 मिनट से बुधवार 05 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 31 मिनट तक भद्रा का साया है।
- शनिवार 08 फरवरी को सुबह 08 बजकर 47 मिनट से शनिवार 08 फरवरी को रात 08 बजकर 20 मिनट तक भद्रा का साया है।
- मंगलवार 11 फरवरी को शाम 07 बजकर 00 मिनट से बुधवार 12 फरवरी को 07 बजकर 10 मिनट तक भद्रा का साया है।
- शनिवार 15 फरवरी को सुबह 10 बजकर 55 मिनट से शनिवार 08 फरवरी को रात 11 बजकर 46 मिनट तक भद्रा का साया है।
- बुधवार 19 फरवरी को सुबह 07 बजकर 40 मिनट से बुधवार 19 फरवरी को रात 08 बजकर 42 मिनट तक भद्रा का साया है।
- रविवार 23 फरवरी को देर रात 01 बजकर 42 मिनट से रविवार 23 फरवरी को दोपहर 01 बजकर 55 मिनट तक भद्रा का साया है।
- बुधवार 26 फरवरी को सुबह 11 बजकर 3 मिनट से बुधवार 26 फरवरी को रात 10 बजकर 17 मिनट तक भद्रा का साया है।
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