क्योंकि श्मशान में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है
विष्णु पुराण में वर्णित है कि रात के समय भूलकर भी श्मशान के आस-पास नहीं जाना चाहिए। क्योंकि श्मशान में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
चाणक्य कहते हैं कि जिस देश में सम्मान नहीं, आजीविका नहीं, परिवार नहीं और विद्या प्राप्त करने के साधन नहीं, वहां कभी नहीं रहना चाहिए। हालांकि वर्तमान परिदृश्य में यह बात प्रासांगिक नहीं लगती है, लेकिन यह बातें काफी हद तक जिंदगी में लोग आजमाते है और सफल भी होते हैं।
जैसे कि...
- शास्त्रों में उल्लेखित है कि कन्याओं और स्त्रियों को खुले बाल नहीं रखना चाहिए। ऐसा करने पर नकारात्मक ऊर्जा आसानी से उनके प्रभाव में आ सकती है।
- रात्रि में चौराहे पर न घूमें। क्योंकि चौराहा संधि स्थल माना जाता है। इसलिए यहां नकारात्मक उर्जा का प्रभाव बना रहता है।
- रात्रि में ही पुरुषों को किसी पराई स्त्री से और स्त्री को किसी पराए स्त्री के साथ अकेले नहीं मिलना चाहिए।
- विष्णु पुराण में वर्णित है कि रात के समय भूलकर भी श्मशान के आस-पास नहीं जाना चाहिए। क्योंकि श्मशान में नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है।
- रात में इत्र या डियो लगाकर न सोएं, रात्रि में नकारात्मक शक्तियां सक्रिय रहती हैं।
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