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    Auspicious work forbidden: इस काल में नहीं करने चाहिए कोई भी शुभ कार्य

    By Jagran NewsEdited By: Jagran News Network
    Updated: Mon, 16 Jan 2023 01:57 PM (IST)

    Auspicious work on hold हिंदू मान्यताओं में कोई भी कार्य बिना शुभ मुहूर्त और काल का विचार किए नहीं होता है। कुछ समय अच्छे काम करने के लिए पूरी तरह वर्जित माने जाते हैं। पंडित द्वारा सही समय का विचार करवाने के बाद ही यह कार्य किए जाते हैं।

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    सनातन धर्म में कोई भी कार्य करना हो, उसके लिए शुभ मुहूर्त की काल गणना करना अनिवार्य समझा जाता है।

    नई दिल्ली, Auspicious work forbidden: सनातन धर्म में कोई भी कार्य करना हो, तो उसके लिए शुभ मुहूर्त की काल गणना करना अनिवार्य समझा जाता है। चाहे विवाह करना हो, गृह प्रवेश करना हो, नए घर का निर्माण शुरू करना हो, या मुंडन, जनेऊ जैसे कार्य करने हों। पंडित द्वारा सही समय का विचार करवाने के बाद ही यह कार्य किए जाते हैं।

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    पंचांग देख कर कर सकते हैं निर्णय

    पंडित देवनारायण के अनुसार वैसे तो मुहूर्त विचार करना अनिवार्य है ही। फिर भी कोई भी समय निकालने के लिए यदि आप समय अवधि निश्चित करना चाहते हों, तो पत्रे में देखकर पता कर लें। कौन-कौन सी अवधि शुभ कार्यों के लिए पहले से ही वर्जित है यह जानकारी आसानी से मिल सकती है। पंचांग में सभी के लिए वर्जित समय का विवरण पहले से ही दिया गया होता है।

    इन दिनों में नहीं होते शुभ कार्य

    शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ शुक्ल एकादशी से कार्तिक शुक्ल एकादशी तक देवता शयन करते हैं। इन्हें देव शयन काल या चातुर्मास कहते हैं। इन दिनों में विवाह, जनेऊ, गृह आरंभ, शांति पाठ, पौष्टिक कर्म और देव स्थापना आदि का निषेध होता है। इसी तरह होली से 8 दिन पूर्व से होलिका अष्टक लग जाते हैं इस समय भी विवाह आदि मांगलिक कार्य वर्जित होते हैं हालांकि यह निषेध सतलज, रावी, व्यास नदियों और पुष्कर सरोवर के तटवर्ती भागों में ही मान्य होते हैं। अन्य क्षेत्रों में इस तरह कि कोई रोक नहीं होती है। साथ ही गुरु और शुक्र के अस्त होने पर या खरमास में विवाह मुंडन उपनयन कर्ण छेदन दीक्षा ग्रहण गृह प्रवेश द्विरागमन वधू प्रवेश देव प्रतिष्ठा और कुआं जलाशय आदि खोदना काम वर्जित होते हैं। भद्रा दोष में भी किसी भी शुभ कार्य को करना निषिद्ध माना जाता है।

    डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।