Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Pradosh Vrat 2025 Date: आश्विन महीने में कब-कब है प्रदोष व्रत? नोट करें पूजा का शुभ मुहूर्त

    Updated: Tue, 02 Sep 2025 08:00 PM (IST)

    आश्विन माह में शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर दशहरा मनाया जाता है। इसके अगले दिन पापाकुंशा एकादशी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। वहीं त्रयोदशी तिथि (Pradosh Vrat 2025 Date) पर भगवान शिव की पूजा की जाती है।

    Hero Image
    Pradosh Vrat 2025 Date: प्रदोष व्रत का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि देवों के देव महादेव को समर्पित है। इस शुभ अवसर पर प्रदोष व्रत मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर भगवान शिव और मां पार्वती की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त दुखों से भी मुक्ति मिलती है। आइए, आश्विन माह के प्रदोष व्रत की सही तिथि और शुभ मुहूर्त जानते हैं-

    आश्विन मास का महत्व

    सनातन धर्म में आश्विन महीने का खास महत्व है। इस महीने का कृष्ण पक्ष पितरों को समर्पित होता है। वहीं, शुक्ल पक्ष जगत की देवी मां दुर्गा को समर्पित होता है। कृष्ण पक्ष के दौरान पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान किया जाता है। वहीं, शुक्ल पक्ष में शारदीय नवरात्र का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है। नवरात्र के दौरान देवी मां दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा और भक्ति की जाती है।

    प्रदोष व्रत 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat 2025 Date and Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, शुक्रवार 18 सितंबर को देर रात 11 बजकर 24 मिनट पर आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि शुरू होगी और 19 सितंबर को देर रात 11 बजकर 36 मिनट पर समाप्त होगी। त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष काल में भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है। इसके लिए सूर्योदय से तिथि की गणना नहीं की जाती है। इस दिन भगवान शिव की पूजा के लिए शुभ समय शाम 06 बजकर 21 मिनट से लेकर 08 बजकर 43 मिनट तक है। आश्विन माह का पहला प्रदोष व्रत शुक्रवार के दिन पड़ रहा है। इसके लिए यह शुक्र प्रदोष व्रत कहलाएगा।

    प्रदोष व्रत 2025 डेट और शुभ मुहूर्त (Pradosh Vrat 2025 Date and Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, 19 अक्टूबर को त्रयोदशी तिथि दोपहर 01 बजकर 51 मिनट पर समाप्त होगी। इस प्रकार 19 अक्टूबर को प्रदोष व्रत मनाया जाएगा। इस दिन पूजा के लिए शुभ समय शाम 05 बजकर 48 मिनट से लेकर रात 08 बजकर 20 मिनट तक है।

    यह भी पढ़ें- Pradosh Vrat पर पूजा के समय करें भगवान शिव के नामों का जप, दूर हो जाएंगे सभी संकट

    यह भी पढ़ें- Pradosh Vrat 2025: इस चमत्कारी स्तोत्र के पाठ से प्रसन्न होंगे महादेव, पूरी होगी हर मनोकामना

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।