Apara Ekadashi 2025: अपरा एकादशी के दिन रात के समय करें ये उपाय, घर में होगा स्थिर लक्ष्मी का वास
अपरा एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है और इस साल यह व्रत 23 मई यानी आज रखा जा रहा है। इस दिन भक्त व्रत रखते हैं और भगवान विष्णु की पूजा करते हैं जिससे अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। वहीं इस दिन (Apara Ekadashi 2025) पर रात के समय के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं आइए उनके बारे में जानते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। अपरा एकादशी बहुत फलदायी मानी जाती है। यह भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन भक्त कठिन व्रत रखते हैं। एकादशी माह में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में आती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल यह व्रत 23 मई यानी आज के दिन रखा जा रहा है।
कहते हैं कि जो भक्त इस व्रत को रखते हैं और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करते हैं उन्हें अक्षय फलों की प्राप्ति होती है। वहीं, इस तिथि (Apara Ekadashi 2025) पर रात के समय के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, आइए उनके बारे में जानते हैं।
अपरा एकादशी पर करें ये उपाय
- मुख्य द्वार पर जलाएं दीपक - अपरा एकादशी तिथि पर घर के मुख्य द्वार को साफ करें। वहां गंगाजल का छिड़काव करें। फिर घी का दीपक जलाएं। कहते हैं कि इससे घर में शुभता आती है और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
- इस मंत्र का करें जप - अपरा एकादशी पर भगवान विष्णु के इस मंत्र ''ॐ विष्णवे नमः'' का 108 बार जाप करें। इससे श्री हरि की कृपा मिलती है।
- पूजा घर - स्नान के बाद शाम को एकादशी तिथि पर पूजा घर में दीपक जरूर जलाएं। फिर भगवान विष्णु के 108 नामों का जप करें। ऐसा करने से नारायण खुश होते हैं। साथ ही घर में शांति और समृद्धि आती है।
- पंचामृत का भोग - भगवान विष्णु को पंचामृत का भोग लगाएं। भोग में तुलसी पत्र जरूर मिलाएं। ऐसा करने से घर में खुशहाली बनी रहती है।
- तुलसी के पास करें ये काम - अपरा एकादशी के दिन तुलसी के पौधे के पास दीपक जलाएं। उन्हें नारियल चुनरी अर्पित करें। ऐसा करने से आर्थिक तंगी दूर होती है। साथ ही घर में स्थिर लक्ष्मी का वास होता है।
अपरा एकादशी पूजा मंत्र (Apara Ekadashi 2025 Puja Mantra)
- ॐ हूं विष्णवे नमः॥
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय:॥
- शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं, विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम्।
लक्ष्मीकांत कमलनयनं योगिभिर्ध्यानगम्यं, वन्दे विष्णु भवभयहरं सर्व लौकेक नाथम्॥
यह भी पढ़ें: Apara Ekadashi 2025: इन आरती से पूर्ण होगी अपरा एकादशी की पूजा, जरूर करें इसका पाठ
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।