Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Amarnath Yatra 2025: हर किसी को नहीं दिखता अमर पक्षी, जिस पर कृपा होती है वही देख पाता है कबूतर का जोड़ा

    Updated: Thu, 03 Jul 2025 08:12 AM (IST)

    अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2025) इस बार यात्रा 3 जुलाई 2025 से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने माता पार्वती को अमर होने का रहस्य बताया था। उस समय कबूतरों के एक जोड़े ने भी यह कथा सुनी और अमर हो गए। मान्यता है कि यात्रा के दौरान कबूतरों के जोड़े के दर्शन होने से भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है।

    Hero Image
    Amarnath Yatra 2025: माता पार्वती के कथा सुनने के दौरान मौजूद था कबूतर का जोड़ा, जो हो गया अमर।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए बुधवार को अमरनाथ की यात्रा पर जाने वाले भक्तों का जत्था जम्मू से रवाना हो चुका है। इस बार 3 जुलाई 2025 से शुरू हो रही अमरनाथ यात्रा 9 अगस्त तक चलेगी। इस दौरान लाखों भक्तों में से कुछ खास भक्तों को भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होगी। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन भाग्यशाली लोगों को उस अमर पक्षी के भी दर्शन होंगे, जिन्होंने भगवान शिव से अमृत्व की कथा सुनकर अमृता पाई है। पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार माता पार्वती ने भगवान शिव से अमर होने के रहस्य के बारे में पूछा था। तब भोलेनाथ इस कथा को बताने के लिए माता पार्वती को एकांत जगह में ले गए। 

    कबूतरों के जोड़ों ने सुनी थी कथा

    माता पार्वती ही सिर्फ इस कथा को सुन सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए उन्होंने अपने बैल नंदी, सर्प और यहां तक की पुत्र गणेश को भी रास्ते में छोड़ दिया था। इसके बाद वह माता पार्वती के साथ चूना पत्थर और जिप्सम से बनी उस पवित्र गुफा में पहुंचे, जिसे आज अमरनाथ गुफा के नाम से लोग जानते हैं। 

    जब वह माता पार्वती को भोलेनाथ अमृत्व की कथा सुना रहे थे। कहते हैं उसे समय कबूतरों का एक जोड़ा भी वहां मौजूद था। उसे जोड़े ने भी इस कथा को सुना और वह अमरत्व को प्राप्त हो गया। आज भी जब भोलेनाथ के भक्त अमरनाथ की यात्रा पर निकलते हैं, तो कुछ लोगों को यह कबूतरों का जोड़ा दिखाई देता है।  

    यह भी पढ़ें- कल से शुरू हो रही है अमरनाथ यात्रा, 23 तीर्थ दर्शन का मिलता है पुण्य, जानिए खास बातें

    अमरत्व का प्रतीक है कबूतरों का जोड़ा

    पक्षियों का यह जोड़ा कथा की सत्यता और अमृत्व का प्रतीक है। कुछ लोग मानते हैं कि शिव-पार्वती ही उस कबूतर के रूप में आते हैं। मान्यता है कि रास्ते में कबूतरों के जोड़े को देखने से भगवान भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है। 

    जिन लोगों को पक्षियों के इस जोड़े के दर्शन होते हैं, उनके दांपत्य जीवन में सुख आता है। कबूतरों का जोड़ा जिन लोगों को दिख जाता है उनके जीवन में चली आ रही परेशानियां खत्म हो जाती हैं। उन्हें समस्त तरीके के सुख मिलते हैं और उनके मोक्ष का मार्ग प्रशस्त हो जाता है। 

    यह भी पढ़ें- Vastu Tips: क्या आप जानते हैं कुछ लोगों को फलता है दक्षिण मुखी घर, जानिए क्या कर सकते हैं उपाय

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।