कल से शुरू हो रही है अमरनाथ यात्रा, बाबा बर्फानी के दर्शन से इतने तीर्थों से ज्यादा मिलता है पुण्य
Amarnath Yatra 2025 अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू हो रही है। राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भक्तों के पहले जत्थे को रवाना किया। यह यात्रा 38 दिन तक चलेगी जो पहलगाम और बालटाल मार्गों से होकर गुजरेगी। मान्यता है कि अमरनाथ यात्रा करने और बाबा बर्फानी के दर्शन करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। भूखे को अन्य प्यासे को पानी, जय बाबा अमरनाथ बर्फानी। यह महज नारा नहीं है। यह सार है कि भोलेनाथ अपने भक्तों को कभी भूखा और प्यासा नहीं रहने देते हैं। इस बार बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2025) की शुरुआत 3 जुलाई से हो रही है।
अमरनाथ यात्रा के लिए राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भगवती नगर बेस कैंप से हरी झंडी दिखाकर बुधवार को भोलेनाथ के भक्तों के पहला जत्थे को जम्मू से रवाना किया है। इस बार यह यात्रा 38 दिन तक चलेगी और पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों से होते हुए गुजरेगी।
3.30 लाख लोगों ने कराया रजिस्ट्रेशन
पिछले साल 52 दिन तक चली अमरनाथ यात्रा में 5 लाख से ज्यादा भक्तों हिस्सा लिया था। वहीं, इस साल अभी तक 3.30 से ज्यादा लोग अमरनाथ यात्रा में जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि इतने दुर्लभ रास्तों पर शारीरिक और मानसिक चुनौतियों से पार करते हुए हर कोई अमरनाथ यात्रा क्यों करना चाहता है?
क्यों यह गुफा इतनी खास है? क्या है इसका महत्व और हर व्यक्ति को यहां क्यों जाना चाहिए? अगर आपके भी मन में ऐसे ही सवाल है, तो आज हम इनका जवाब देने जा रहे हैं।

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पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव ने माता पार्वती को इसी गुफा में अमर होने की कथा सुनाई थी। मान्यता है कि जो भी भक्त अमरनाथ यात्रा करता है और बाबा बर्फानी के दर्शन करता है उसके समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं।
इतना ही नहीं कहा तो यह भी जाता है कि बाबा अमरनाथ के दर्शन में काशी विश्वनाथ के दर्शन से 10 गुना ज्यादा फल मिलता है। प्रयाग तीर्थ करने से 100 गुना ज्यादा और नैमिषारण्य तीर्थ के दर्शन करने से हजार गुना ज्यादा पुण्य मिलता है। इसलिए हर व्यक्ति को अपने जीवन में काम से कम एक बार बाबा अमरनाथ के दर्शन जरूर करने चाहिए।
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