Akhuratha Sankashti Chaturthi 2024: ये हैं गणेश जी के प्रिय भोग, जिन्हें अर्पित करने से रिश्ते होंगे मजबूत
प्रत्येक महीने में 2 बार चतुर्थी तिथि का पर्व मनाया जाता है। यह शुभ तिथि भगवान शंकर के पुत्र गणपति बप्पा को समर्पित है। पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी (Akhuratha Sankashti Chaturthi 2024) का व्रत किया जाता जाता है। ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस दिन पूजा में प्रिय भोग शामिल करने से सभी विघ्न दूर होते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सनातन धर्म में चतुर्थी तिथि को जीवन के सभी विघ्नों को दूर करने के लिए शुभ माना जाता है। हर साल पौष में अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन विधिपूर्वक भगवान गणेश की पूजा-अर्चना और भोग अर्पित करने से जातक को बिजनेस में सफलता प्राप्त होती है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। अगर आप जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति चाहते हैं, तो अखुरथ संकष्टी चतुर्थी (Akhuratha Sankashti Chaturthi 2024 Date) के दिन गणपति बप्पा को प्रिय चीजों का भोग लगाएं। इससे जातक की सभी मुरादें पूरी होती हैं और गणेश जी प्रसन्न होते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि इस दिन पूजा थाली में किन भोग को शामिल करना फलदायी माना गया है।
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 2024 शुभ मुहूर्त (Akhuratha Sankashti Chaturthi 2024 Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, इस बार पौष महीने की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 18 दिसंबर को सुबह 10 बजकर 43 मिनट से होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 19 दिसंबर को सुबह 10 बजकर 02 मिनट पर होगा। ऐसे में अखुरथ संकष्टी चतुर्थी 18 दिसंबर (Kab Hai Akhuratha Sankashti Chaturthi 2024) को मनाई जाएगी।
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भगवान गणेश जी के भोग (Lord Ganesha Favourite Bhog)
- यदि आप गणपत्ति बप्पा की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं, तो अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के दिन गणेश जी की पूजा-अर्चना करें। इसके बाद बेसन के लड्डू का भोग जरूर लगाएं। मान्यता है कि लड्डू का भोग लगाने से जातक को जीवन के सभी दुख-दर्द दूर होते हैं। साथ ही सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
- इसके अलावा पूजा थाली में मोदक को भी शामिल कर सकते हैं। मान्यता है कि मोदक का भोग लगाने से गणेश जी प्रसन्न होते हैं और सभी मुरादें जल्द पूरी होती हैं। इसके अलावा जातक को पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है। केसर से बनी खीर का भोग लगाना भी फलदायी माना जाता है।
- यदि आप वैवाहिक जीवन में सदैव खुशियां चाहते हैं, तो अखुरथ संकष्टी चतुर्थी की पूजा में मोतीचूर के लड्डू भी शामिल कर सकते हैं। मोदक का भोग लगाने से वैवाहिक जीवन सदैव खुशहाल रहता है और प्रेम संबंध भी मजबूत होते हैं।
- इसके अलावा गणेश जी को दूर्वा, नारियल, घी और गुड़ समेत आदि चीजें भी अर्पित कर सकते हैं।
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