Aghan Month 2022: अगहन मास शुरू, श्री हरि की कृपा पाने के लिए इस मास जरूर करें ये खास काम
Aghan Month 2022 अगहन मास का मार्गशीर्ष भी कहा जाता है। इस माह में भगवान विष्णु के साथ श्री कृष्ण की पूजा का विशेष महत्व है। इसके साथ ही इस मास में मा ...और पढ़ें

नई दिल्ली, Aghan Month 2022: हिंदू पंचांग के अनुसार साल का नौवां महीना अगहन का होता है। इसे मार्गशीर्ष मास भी कहते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार ये मास नवंबर और दिसंबर के बीच में होता है। हिंदू धर्म में इस मास काफी महत्व है। ये मास भगवान श्री कृष्ण के प्रिय माह में से एक माना जाता है। इस साल अगहन मास 9 नवंबर से शुरू होकर 9 दिसंबर तक रहेगा।
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चंद्रमा दोष से पा सकते हैं छुटकारा
शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि अगर किसी की कुंडली में चंद्र दोष है, तो चंद्रमा संबंधी कुछ उपाय करके इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं या फिर दोष को कम कर सकते हैं।
अगहन मास में शंख की पूजा करना शुभ
इस माह में शंख की पूजा करना शुभ माना जाता है। क्योंकि शंख में मां लक्ष्मी का वास होता है और भगवान विष्णु इसे धारण करते हैं।
अगहन को क्यों कहा जाता मार्गशीर्ष
अगहन मास को मार्गशीर्ष नाम से भी जानते हैं। इसका संबंध 27 नक्षत्रों में से एक मृगशिरा नक्षत्र से है। इस माह की पूर्णिमा मृगशिरा नक्षत्र से युक्त होती है। इस कारण इसे मार्गशीर्ष मास के नाम से जानते हैं।
स्नान दान का महत्व
अगहन मास में यमुना नदी में स्नान करना शुभ माना जाता है। इस मास में स्नान करने से हर दोष से छुटकारा मिल जाता है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। अगर आप तीर्थ स्थलों पर स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं, तो स्नान के पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर नहा सकते हैं। इससे भी तीर्थ स्नान के बराबर पुण्य की प्राप्ति होगी।
श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा
अगहन माह में हर दिन श्री कृष्ण के बाल स्वरूप बाल गोपाल की पूजा करनी चाहिए। रोजाना शंख में जल या दूध परकर अभिषेक करना चाहिए। इसके साथ ही बाल गोपाल को तुलसी, मोर पंख आदि चढ़ाना चाहिए। इसके साथ ही पीली मिठाई, माखन मिश्री आदि चढ़ाएं। ऐसा करने से हर तरह के दोष से छुटकारा मिल जाता है।
डिसक्लेमर
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