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    Adi Shankaracharya Jayanti 2024: आज मनाई जाएगी आदि शंकराचार्य जयंती, जानिए उनके अनमोल विचार

    Updated: Sun, 12 May 2024 09:00 AM (IST)

    आदि शंकराचार्य जिन्हें जगतगुरु शंकराचार्य के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने हिंदुओं को संगठित करने में बहुत बड़ा योगदान दिया था। आदि शंकराचार्य जयंती (Adi Shankaracharya Jayanti 2024) हर साल उनके भक्तों द्वारा वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। 12 मई 2024 दिन रविवार को आदि शंकराचार्य की 1236वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी।

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    Adi Shankaracharya Jayanti 2024: आदि शंकराचार्य के विचार

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Adi Shankaracharya Jayanti 2024: भारत के महान संतों में आदि शंकराचार्य जी का नाम भी शामिल है। आदि शंकराचार्य, जिन्हें जगतगुरु शंकराचार्य के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने हिंदुओं को संगठित करने में बहुत बड़ा योगदान दिया था। आदि शंकराचार्य जयंती हर साल उनके भक्तों द्वारा वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है। 12 मई, 2024 दिन रविवार यानी आज आदि शंकराचार्य की 1236वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी।

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    कब है शंकराचार्य जयंती ?

    वैशाख शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 12 मई 2024, दिन रविवार रात्रि 02 बजकर 03 मिनट पर शुरू हो चुकी है। वहीं, इसका समापन अगले दिन 13 मई 2024, दिन रविवार मध्यरात्रि 02 बजकर 03 मिनट पर होगा। उदयातिथि के नियमों के अनुसार 12 मई 2024 को आदि शंकराचार्य जयंती मनाई जाएगी।

    आदि शंकराचार्य के विचार

    • संसार के बंधनों से मुक्त होने के लिए बुद्धिमान व्यक्ति को स्वयं और अहंकार के बीच अंतर करना आना चाहिए। केवल इन्हीं चीजों से व्यक्ति स्वयं को पहचान कर जीवन का आनंद ले सकता है।
    • धन, रिश्ते, दोस्त, व अपनी जवानी पर घमंड न करें। ये सारी चीजें समय के साथ चली जाती हैं। इस मायावी संसार का त्याग कर, परमेश्वर को जानें और प्राप्त करें।
    • अपनी इंद्रियों और मन पर अंकुश लगाएं और अपने हृदय के भीतर भगवान को देखें।
    • प्रत्येक वस्तु अपने स्वभाव की ओर अग्रसर होती है। मैं सदैव खुशी की इच्छा रखता हूं, जो कि मेरा वास्तविक स्वभाव है। मेरा स्वभाव मेरे लिए कभी बोझ नहीं है। खुशी मेरे लिए कभी बोझ नहीं है, जबकि दुःख है।

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    अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।