Aaj ka Panchang 8 May 2025: मंगलकारी संयोग में किया जाएगा मोहिनी एकादशी का व्रत, पंचांग से जानें मुहूर्त
आज यानी बुधवार 08 मई को वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। इस शुभ अवसर पर भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक के अनुसार मोहिनी एकादशी पर कई शुभ योग बन रहे हैं। आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग।

आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी 08 मई को वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि है। हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर मोहिनी एकादशी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जा रही है। साथ ही मनचाहा वरदान पाने के लिए साधक एकादशी का व्रत भी रख रहे हैं।
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर कई शुभ (Today Puja Time) संयोग बन रहे हैं। ऐसे में आइए एस्ट्रोपत्री डॉटकॉम के पंडित आनंद सागर पाठक से जानते हैं आज का (Aaj ka Panchang 08 May 2025) पंचांग।
आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 8 May 2025)
- तिथि- एकादशी तिथि दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक, फिर द्वादशी
- योग- हर्षण 09 मई को देर रात 01 बजकर 57 मिनट तक,
- करण- विष्टि दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक,
- बव 09 मई को देर रात 01 बजकर 41 मिनट तक,
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 35 मिनट पर
- सूर्यास्त - शाम 07 बजकर 01 मिनट पर
- चंद्रोदय - दोपहर 03 बजकर 22 मिनट पर
- चन्द्रास्त - 09 मई को देर रात 03 बजकर 30 मिनट पर (पूर्वाह्न)
- वार - गुरुवार
शुभ समय (Today Shubh Muhurat)
- ब्रह्म मुहूर्त - प्रातः 04 बजकर 10 मिनट से 04 बजकर 53 मिनट तक
- अभिजीत मुहूर्त- प्रातः 11 बजकर 51 मिनट से दोपहर 12 बजकर 45 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 59 मिनट से शाम 07 बजकर 21 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 56 मिनट से रात 12 बजकर 39 मिनट तक
अशुभ समय
- राहु काल - दोपहर 01 बजकर 59 मिनट से दोपहर 03 बजकर 39 मिनट तक
- गुलिक काल - सुबह 08 बजकर 56 मिनट से 10 बजकर 37 मिनट तक
- यमगंडा- सुबह 05 बजकर 35 मिनट से 07 बजकर 16 मिनट तक
आज का नक्षत्र
आज चंद्रदेव उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में होंगें।
- उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र - रात 09:06 बजे तक
- सामान्य स्वभाव: दूसरों को ठीक करने पर जोर देना, अपने ज्ञान से पैसा कमाना, सभी के पसंदीदा, आराम और ऐश्वर्य से जीवन जीना
- प्रतीक: एक बिस्तर या खाट के दो पिछले पैर
- पशु प्रतीक: नर गाय (सांड)
- ग्रह स्वामी: सूर्य
- स्वभाव: मनुष्य प्रकृति
- अधिष्ठाता देवता: आर्यमा- सूर्य के रूप में मित्र और प्रियजन
आज का पर्व या व्रत
मोहिनी एकादशी व्रत (वैशाख शुक्ल एकादशी)
जब देवता और असुरों ने मिलकर समुद्र मंथन किया, तब उसमें से अमृत प्रकट हुआ। अमृत को ग्रहण करने की इच्छा में असुरों ने छल और बल का सहारा लेकर उसे पाने की कोशिश की। तब भगवान विष्णु ने धर्म की रक्षा के लिए एक अत्यंत मोहक स्त्री का रूप धारण किया, जिसे मोहिनी रूप कहा गया।
इस रूप में भगवान विष्णु ने असुरों को मोहित कर दिया और अमृत केवल देवताओं को प्रदान किया। इसी कारण इस एकादशी का नाम मोहिनी एकादशी पड़ा, क्योंकि इस दिन भगवान ने माया और मोह के माध्यम से अधर्म पर धर्म की विजय सुनिश्चित की।
- एकादशी तिथि प्रारंम्भ : 07 मई, सुबह 10 बजकर 19 मिनट से
- एकादशी तिथि समाप्त : 08 मई, दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक (व्रत)
- पारण का समय - 09 मई, सुबह 05 बजकर 34 मिनट से सुबह 08 बजकर 16 मिनट तक
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