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    Aaj Ka Panchang 4 May 2024: आज मनाई जा रही है वरुथिनी एकादशी, जानें शुभ मुहूर्त और राहुकाल का समय, पढ़ें दैनिक पंचांग

    आज वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि रात्रि 08 बजकर 41 मिनट तक रहेगी। इस शुभ तिथि पर कई शुभ योग का निर्माण हो रहा है। इस दौरान कार्य की शुरुआत करने से सफलता प्राप्त होती है। आइए आज के दिन की शुरुआत करने से पहले पंडित हर्षित जी से आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang 4 May 2024) और राहुकाल का समय जानते हैं -

    By Jagran News Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sat, 04 May 2024 06:00 AM (IST)
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    Aaj Ka Panchang 4 May 2024: आज का पंचांग -

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj Ka Panchang 4 May 2024: आज वरुथिनी एकादशी मनाई जा रही है। यह शुभ दिन भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि जो साधक इस दिन सच्ची श्रद्धा के साथ श्री हरि की पूजा करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आज के दिन की शुरुआत करने से पहले यहां दिए गए शुभ व अशुभ समय को अवश्य जान लें, जो इस प्रकार हैं -

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    Aaj Ka Panchang 4 May 2024: आज का पंचांग -

    पंचांग के अनुसार, आज वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि रात्रि 08 बजकर 41 मिनट तक रहेगी।

    ऋतु - ग्रीष्म

    चन्द्र राशि - कुंभ

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 38 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 58 मिनट पर

    चंद्रोदय - रात्रि 03 बजकर 34 मिनट पर

    चंद्रास्त - दोपहर 02 : 58 बजे।

    शुभ मुहूर्त

    त्रिपुष्कर योग - रात्रि 08 बजकर 38 मिनट से 10 बजकर 07 मिनट तक

    अमृत काल - दोपहर 02 बजकर 47 मिनट से 04 बजकर 15 मिनट तक

    ब्रह्म मुहूर्त - 04 बजकर 12 मिनट से 04 बजकर 55 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 31 मिनट से 03 बजकर 25 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 57 मिनट से 07 बजकर 18 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त - रात्रि 11 बजकर 56 मिनट से 12 बजकर 39 मिनट तक।

    अशुभ समय

    राहुकाल - सुबह 08 बजकर 58 मिनट से दोपहर 10 बजकर 37 मिनट तक

    गुलिक काल - सुबह 05 बजकर 39 मिनट से 07 बजकर 18 मिनट तक।

    दिशा शूल - पूर्व

    ताराबल

    भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती।

    चन्द्रबल

    मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुंभ।

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    डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।