Aaj Ka Panchang 23 August 2024: लक्ष्मी वैभव व्रत पर 'सर्वार्थ सिद्धि योग' का हो रहा है निर्माण, पढ़ें पंचांग
धार्मिक मत है कि लक्ष्मी वैभव व्रत पर (Aaj Ka Panchang 23 August 2024) धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा करने से आय और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही घर में सुख समृद्धि एवं खुशहाली आती है। साधक आर्थिक तंगी से निजात पाने के लिए धन की देवी मां लक्ष्मी के निमित्त व्रत रखते हैं। आइए पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग जानते हैं।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Aaj ka Panchang 23 August 2024: वैदिक पंचांग के अनुसार, 23 अगस्त यानी आज लक्ष्मी वैभव व्रत है। इस शुभ अवसर पर धन की देवी मां लक्ष्मी की भक्ति भाव से पूजा की जा रही है। साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी के निमित्त व्रत रखा जा रहा है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से सुख-सौभाग्य और आय में वृद्धि होती है। पंडित हर्षित शर्मा जी की मानें तो आज सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। आइए, पंडित हर्षित शर्मा जी से आज का पंचांग एवं राहुकाल जानते हैं-
आज का पंचांग (Panchang 23 August 2024)
शुभ मुहूर्त (Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि आज यानी 23 अगस्त को सुबह 10 बजकर 38 मिनट तक है। इसके बाद पंचमी तिथि शुरू हो जाएगी। पंचमी तिथि 24 अगस्त को सुबह 07 बजकर 51 मिनट तक है।
अमृत सिद्धि योग
भाद्रपद माह की पंचमी तिथि पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण दिनभर है। आज के दिन अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण हो रहा है। इस योग का संयोग सुबह 05 बजकर 55 मिनट से लेकर शाम 07 बजकर 54 मिनट तक है। इसके साथ ही बालव, कौलव और तैतिल करण के भी संयोग बन रहे हैं। साथ ही रेवती नक्षत्र शाम 07 बजकर 54 मिनट तक है।
पंचांग
सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 55 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 52 मिनट पर
चन्द्रोदय- शाम 09 बजकर 17 मिनट पर
चंद्रास्त- सुबह 09 बजकर 35 मिनट पर
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 26 मिनट से 05 बजकर 11 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 33 मिनट से 03 बजकर 25 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 52 मिनट से 07 बजकर 14 मिनट तक
निशिता मुहूर्त - रात्रि 12 बजकर 02 मिनट से 12 बजकर 46 मिनट तक
अशुभ समय
राहु काल - सुबह 10 बजकर 46 मिनट से 12 बजकर 23 मिनट तक
गुलिक काल - सुबह 07 बजकर 32 मिनट से 09 बजकर 09 मिनट तक
दिशा शूल - पश्चिम
ताराबल
अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
चन्द्रबल
वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन
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