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    Aaj ka Panchang 23 April 2025: दशमी तिथि के दिन इन योग में होगी गणपति बप्पा की पूजा, पढ़ें पंचांग

    वैदिक पंचांग के अनुसार आज यानी 23 अप्रैल को वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि और दिन बुधवार है। इस दिन महादेव के पुत्र गणपति बप्पा दिन की पूजा करने का विधान है। बुधवार के दिन कई शुभ और अशुभ योग भी बन रहे हैं। ऐसे में चलिए पंडित हर्षित शर्मा जी से जानते हैं आज का पंचांग और शुभ मुहूर्त (Today Puja Time) के विषय में।

    By Jagran News Edited By: Kaushik Sharma Updated: Wed, 23 Apr 2025 09:09 AM (IST)
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    Aaj ka Panchang 23 April 2025 पंचांग से जानें शुभ मुहूर्त। (Pic Credit- Freepik)

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, आज यानी वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि है। इसके अगले दिन एकादशी तिथि है। इस तिथि पर वरूथिनी एकादशी व्रत किया जाता है। वहीं, आज बुधवार है। सनातन धर्म में बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, गणपति बप्पा की उपासना करने से जीवन में आ रही बाधाएं दूर होती हैं। दशमी तिथि पर कई शुभ और अशुभ योग का निर्माण हो रहा है। आइए पढ़ते हैं आज का पंचांग।

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    (Pic Credit- Freepik)

    आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 23 April 2025)

    सूर्योदय और सूर्यास्त का समय

    सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 48 मिनट पर

    सूर्यास्त - शाम 06 बजकर 52 मिनट पर

    चंद्रोदय- देर रात 03 बजकर 21 मिनट पर

    चंद्रास्त- दोपहर 02 बजकर 05 मिनट पर

    वार - बुधवार  

    ऋतु - ग्रीष्म

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    शुभ समय (Today Shubh Muhurat)

    ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 20 मिनट से 05 बजकर 04 मिनट तक

    विजय मुहूर्त - दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 23 मिनट तक

    गोधूलि मुहूर्त - शाम 06 बजकर 50 मिनट से 07 बजकर 12 मिनट तक

    निशिता मुहूर्त- रात 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 41 मिनट तक

    अशुभ समय

    राहुकाल - दोपहर 12 बजकर 20 मिनट से 01 बजकर 58 मिनट तक

    गुलिक काल - सुबह 10 बजकर 42 मिनट से 12 बजकर 20 मिनट तक

    यमगण्ड- सुबह 07 बजकर 26 मिनट से 09 बजकर 04 मिनट तक

    दिशा शूल - उत्तर

    नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल -  भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

    राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम -  मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुम्भ

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।